अतिक्रमण से क्षुब्ध हैं
हरि गिरि महाराज में कहा सिंहस्थ में अतिक्रमण से हम क्षुब्ध हैं, दु:खी हैं। सरकार को जगाने का प्रयास करेंगे। अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों से मिले संभागयुक्त व निगमायुक्त। पेशवाई क्षेत्र में अतिक्रमण का मुद्दा उठाया।
व्यवस्थाओं पर समीक्षा
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की केंद्रीय समिति की बैठक नीलगंगा स्थित मुख्य प्रधान कार्यालय परिसर में हो रही है। इसमें नासिक कुंभ और उज्जैन सिंहस्थ में साधु-संतों की व्यवस्थाओं की समीक्षा के साथ इलाहाबाद में २०१९ में आयोजित अद्र्धकुंभ की व्यवस्थाओं पर मंथन किया जा रहा है। बैठक में सभी 13 प्रमुख अखाड़ों के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं।
शैव और वैष्णव अखाड़े शामिल
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि महाराज की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में शैव और वैष्णव संप्रदाय के अखाड़ों के साधु-संत शामिल हुए। परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के अनुसार नीलगंगा स्थित पेशवाई पड़ाव स्थल पर सभी अखाड़ों के प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखी।
तीन चरणों में बैठक
ये बैठक तीन चरणों में होगी। इसमें आने वाले सुझाव का एक प्रतिवेदन तैयार कर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को दिया जाएगा। सिंहस्थ 2016 की व्यवस्थाओं में जो कमी रही, उससे भी अखाड़ा परिषद द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार को अवगत कराया जाएगा।
जूना अखाड़ा के गादीपति होंगे महंत सुंदरपुरी महाराज
पंच दशनाम जूना अखाड़ा दत्त अखाड़ा के ब्रह्मलीन गादीपति पीर श्रीमहंत परमानंद पुरी के स्थान पर नए गादीपति पीर के लिए अखाड़े के अष्टकौशल महंत सुंदरपुरी का नाम तय हो चुका है। इसकी विधिवत घोषणा शुक्रवार को होगी। इसके अलावा दत्त अखाड़ा परिसर में जागरण के साथ अखाड़ों की परंपरा के अनुसार पूजन होगा। शनिवार को समाधि पूजन और षोड़सी भंडारे का आयोजन होगा।
19 जनवरी को हो गया था देवलोकगमन
पंच दशनाम जूना अखाड़ा दत्त अखाडा के गादीपति पीर श्रीमहंत परमानंदपुरी का १९ जनवरी को शिवलोक गमन हो गया था। अखाड़े की परंपरा अनुसार पंच दशनाम जूना अखाड़ा की पंचायत ने नए गादीपति पीर का फैसला कर लिया है। एक जानकारी के अनुसार नए गादीपति के लिए कैलाशवासी श्रीमहंत परमानंदपुरी के छोटे भाई महंत सुंदरपुरी का नाम तय किया गया है। इसकी घोषणा शुक्रवार को होगी। महंत सुंदरपुरी फिलहाल दत्त अखाड़े के अष्टकौशल है। इधर श्रीमहंत परमानंदपुरी का समाधि पूजन और षोड़सी भंडारे का आयोजन शनिवार को होगा। इसके पहले शुक्रवार को दत्त अखाडा परिसर में रात को जागरण के साथ अखाड़े की परंपरा अनुसार पूजन किया जाएगा।