
पिंगलेश्वर के युवक ने अपने दोस्त को फर्जी सांसद और एक पुलिसकर्मी बनाकर पीडि़त पिता से वसूले पांच लाख रुपए, डेढ़ वर्ष बाद भी रुपए नहीं मिलने और धोखाधड़ी के चलते पुलिस में की रिपोर्ट, आरोपी युवक और उसका एक साथी पुलिस गिरफ्त में
उज्जैन. एक पिता की तीन वर्षीय बच्ची के बीमारी और उसकी असहाय स्थिति का फायदा एक युवक ने उठाते हुए पांच लाख रुपए की ठगी कर ली। दोस्त बनकर आए इस युवक ने मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता से परिचय होने का हवाला देकर १५ लाख रुपए मुख्यमंत्री सहायता योजना के तहत दिलाने का वादा किया। वहीं सांसद गुप्ता के नाम से किसी व्यक्ति से पिता को फोन कर कहलवाया कि आपके रुपए स्वीकृत हो गए हैं। युवक ने एक और दोस्त को पुलिसकर्मी बताकर बात करवाई कि उसकी सीएम ऑफिस में बातचीत है और राशि दिलवा देगा। वही राशि दिलवाने के नाम पर पीडि़त पिता से तीन से चार बार में पांच लाख रुपए वसूल लिए। डेढ़ वर्ष बाद भी मुख्यमंत्री राहत योजना के तहत राशि नहीं मिलने और खुद के साथ धोखाधड़ी होने पर पीडि़त पिता ने पुलिस थाने में शिकायत कर दर्ज कर दी। मामले में पुलिस ने आरोपी युवक और उसके एक दोस्त को हिरासत में ले लिया है।
बच्ची के उपचार के नाम पर पांच लाख रुपए की ठगी तिरुपति गोल्ड कॉलोनी निवासी भागीरथ पिता मोहनलाल बाथम के साथ हुई। बॉथम की एक तीन वर्ष की लड़की है और उसके सिर में पानी होने के कारण वह बड़ा हो गया, जिससे वह चल नहीं पाती है। इसी के इलाज के लिए वह परेशान था। डेढ़ वर्ष पहले उसे पिंग्लेश्वर निवासी रोहित शर्मा मिला। दोनों ही पुराने परिचित हैं। बात ही बात में रोहित ने कहा कि उसकी मंदसौर सासंद सुधीर गुप्ता से बातचीत है और वह बेटी के इलाज के लिए मुख्यमंत्री सहायता योजना के तहत १५ लाख रुपए दिलवा देगा। रोहित की बात पर बॉथम ने विश्वास कर लिया। उसने बेटी के नाम से दस्तावेज दे दिए। कुछ दिनों बाद उसने किसी व्यक्ति से सांसद सुधीर गुप्ता के नाम से बात करवाई, जिसमें सामने वाला व्यक्ति ने स्वयं सांसद होने का हवाला दिया और आश्वस्त किया किउसकी बेटी के इलाज की राशि जल्द मंजूर हो जाएगी। इसके बाद रोहित बॉथम से टुकड़ों में राशि स्वीकृत कराने के नाम पर रुपए लेने लगा। एक बार रोहित ने इंदौर के पुलिसकर्मी भूपेंद्र चौहान से बात करवाई। इसके बारे में बताया कि इसकी मुख्यमंत्री (तत्कालीन, शिवराजसिंह) के ऑफिस में बातचीत है। भूपेंंद्र ने भी फोन पर कहा कि वह उसकी बेटी के इलाज के लिए बात कर राशि मंजूर करवा देगा। इसके बाद रोहित ने फिर रुपए लिए और ऐसे करके उसने करीब ५ लाख रुपए वसूल लिए। स्थिति यह रही कि सालभर बाद भी मुख्यमंत्री सहायता योजना के तहत १५ लाख रुपए की राशि नहीं मिल पाई। इस पर बॉथम ने चिमगनंजमंडी थाने जाकर अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत की। इस पर पुलिस ने रोहित, खुद को सांसद बताने वाले व्यक्ति और भूपेंद्र चौहान के खिलाफ धारा ४२० के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया। वहीं आरोपी रोहित शर्मा और खुद को पुलिसकर्मी बताने वाले भूपेंद्र चौहान को पकड़ भी लिया है।
बैंक खाता भी खुलवा लिया
रुपए लेने और योजना के तहत रुपए नहीं मिलने पर बॉथम ने एतराज जताया तो रोहित ने किसी व्यक्ति से उसकी सांसद गुप्ता बताकर बात करवाई, जिसमें तथाकथित व्यक्ति ने बॉथम से कहा कि उसकी राशि मंजूर हो गई है। वहीं बैंक में जाकर पति-पत्नी के नाम से संयुक्त खाता खुलवा ले। बॉथम ने इस पर विश्वास करते हुए बैंक में खाता भी खुलवा लिया लेकिन योजना के तहत खाते में आज तक राशि नहीं आई।
दबाव बनाया तो ५ लाख का चेक दिया, वह भी बांउस
मुख्यमंत्री राहत योजना के तहत सालभर बाद भी १५ लाख रुपए नहीं मिलने पर भागीरथ बॉथम ने रोहित से अपने पांच लाख रुपए वापस लेने की मांग की। बॉथम के मुताबिक कुछ समय तक वह टालता रहा और कहता रहा कि उसकी राशि मंजूर हो जाएगी। बाद में जब दबाव बनाया तो उसने पांच लाख रुपए का चेक दे दिया। जब यह चेक बैंक में लगाया तो वह बाउंस हो गया।
इनका कहना
मुख्यमंत्री राहत योजना में १५ लाख रुपए दिलाने के नाम पर ५ लाख रुपए ठगी करने के मामले में दो युवकों को पकड़ा है। इन्होंने कथित सांसद व पुलिसकर्मी बनकर धोखाधड़ी की है।
जितेंद्र भास्कर, टीआई चिमनगंजमंडी
Published on:
24 Nov 2019 10:01 pm
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