पं.भट्ट ने कहा कि जो बात भारतीय शास्त्रीय गायन,वादन में है, ऐसी किसी अन्य संगीत और गीत में नहीं है। भारतीय शास्त्रीय वादन,गायन में आध्यात्म,दर्शन,भक्ति,शक्ति,संस्कार और परंपरागत संस्कृति के साथ विविध आयामों का समावेश है। शास्त्रीय गायन,वादन में में निर्मल आनंद है। यह दिल,दिमाग को सकून देता है। यह एक नाद,ध्यान और मेडीटेशन है।