Children’s Day : उम्र 15, लेकिन याद रखने की शक्ति कहीं ज्यादा
35 साल के व्यक्ति के बराबर सोचने, समझने व याद रखने की शक्ति 15 वर्षीय बालिका ने खुद ही विकसित कर ली। दादी को हुई असाध्य बीमारी के बारे में जानने की जिज्ञासा ने ये चमत्कार कर दिया।
नागदा. 35 साल के व्यक्ति के बराबर सोचने, समझने व याद रखने की शक्ति शहर की15 वर्षीय बालिका ने खुद ही विकसित कर ली। दादी को हुई असाध्य बीमारी के बारे में जानने की जिज्ञासा ने ये चमत्कार कर दिया। हम बात कर रहे हैं, नागदा की आर्ची अग्रवाल की।
बुक फेयर अवार्ड
आर्ची को वर्ष 2011 में बुक फेयर अवार्ड व 2014 में राज्य स्तरीय बालरंग प्रतियोगिता में पुरस्कृत किया जा चुका है। सिविल अस्पताल प्रभारी कमल सोलंकी ने बताया कि 10 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों में कैचिंग पॉवर तो होती है, लेकिन बातों को स्टोरेज करने की क्षमता 18 के बाद ही विकसित होती है। आर्ची इससे आगे बढ़ गई।
बताती है वायरस के नाम- आर्ची बिमारी का नाम सुनकर वायरस के बारे में बता देती है।
दादी की बीमारी का नाम खोज जगाई जिज्ञासा
किसी भी बिमारी का नाम बताने पर उसके लक्षण, वायरस, और उपचार की जानकारी बात देती