पैराबोलिक डिश सोलर कुकर
शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज की मैकेनिकल इंजीनियरिंग के फाइनलइयर के छात्र प्रतीक पालीवाल, धीरज सिंह और शशि तोरणिया ने विभागाध्यक्ष डॉ. दीपेश सोनार के निर्देशन में पैराबोलिक डिश सोलर कुकर बना दिया। यह सौर ऊर्जा को कंसंट्रेट करके उसका तापमान इतना बढ़ा देता है कि उसमें भोजन को तला भी जा सकता है। यह कंसंट्रेशन, रिफ्लेक्शन और रिटेंशन पर आधारित है। इस पैराबोलिक सोलर कुकर का निर्माण कई प्रकार के विभिन्न कंपोनेंट लगाकर प्रयोग किया गया, जिसमें चाक, मिट्टी, कैल्शियम हाइड्रोक्साइड, एनोडाइजिंग एवं एलुमिनियम फाइल का प्रयोग किया गया। एलुमिनियम फाइल में अधिकतम 221 डिग्री तापमान प्राप्त किया गया, जो सनफ्लावर ऑयल में फ्राइंग (तलने) में सफल रहा।
शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज की मैकेनिकल इंजीनियरिंग फाइनलइयर के विद्यार्थी दर्शन विश्वकर्मा व अमन प्रजापति ने विभाग के व्याख्याता शशिकांत कुरील के निर्देशन में डुएल एक्सिस सोलर ट्रैकर का वर्किंग मॉडल बना दिया। सौर ऊर्जा के पैनल के साथ लगाने पर सौर पैनल सूर्य के सदैव सामने बनी रहती है। मतलब यह पैनल सूर्य को ट्रेक कर हमेशा उसके सामने बने रहकर अधिकतम सौर तीव्रता प्राप्त करता है। इससे उसकी दक्षता बढ़ाई जा रही है। इस प्रकार यह ऑटोमेटिकली सौर पैनल से अधिक ऊर्जा प्राप्त करवा सकता है। इसमें माइक्रोकंट्रोलर इकाई एवं दो सर्वो मोटर का प्रयोग किया गया, जो सोलर प्लेट को दो अक्षों में गति प्रदान करता है।
शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज की इलेक्ट्रानिक एंड कम्यूनिकेशन ब्रांच के साइंटिस्ट टीम ने रोबोट मशीन तेयार कर दी, जो मोबाइल से ऑपरेट कर तबीयत जांच सकती है। छात्र प्रतीक बिसरोतिया ने बताया कि प्रो. डॉ. दिलीप कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में मुस्कान डांगरे, प्रदुम कुमार, व युवराज सिंह के साथ मिलकर मानव रहित(रोबोट) संक्रमण, हार्ट रेट, तापमान जांच के साथ दवाई, भोजन, पानी आदि की याद रखने वाली मशीन बनाई है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति को देखकर तैयार हुआ, जिसमें बगैर मानव हस्तक्षेप के किसी भी व्यक्ति का एसपीओ-2, हार्ट रेट एवं शरीर का तापमान प्रति दिन मापा जा सकता है। इसके अलावा इससे संक्रमित व्यक्ति की मूलभूत आवश्यकता जैसे भोजन, दवाई, पानी आदि की उपलब्धता करवाई जा सकती है। इसके साथ ही इस रोबोट को इंटरनेट के माध्यम से मोबाइल द्वारा कहीं से भी कंट्रोल किया जा सकता है। इसे मध्य संक्रमित व्यक्ति के उपचार के उपयोग में लाया जा सकता है।