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संस्कृत सीखना हुआ बहुत आसान, कम्प्यूटर पर प्लेइंग टूल से खेल-खेल में सीखें

कर्णाटक संस्कृत विश्वविद्यालय के बाल अष्टादशी प्लेइंग टूल्स का हुआ प्रशिक्षण

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उज्जैन. अप्रेल को महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय में प्रो.शिवानी वी का बाल अष्टादशी प्लेइंग टूल्स पर प्रशिक्षण व्याख्यान आयोजित किया गया। इसमें कर्णाटक संस्कृत विश्वविद्यालय ने कम्प्यूटर आधारित ऐसे प्लेइंग टूल्स के बारे में बताया गया, जिसके सहायता से खेल-खेल में संस्कृत को सीखा जा सकता है।

प्रशिक्षण के अंतर्गत प्रो. शिवानी ने छात्रों को जिनके सहयोग से शब्दरूप, सन्धि, समास आदि बना सकते हैं। उनको जांच सकते हैं। विग्रह कर सकते हैं, शब्द के निर्माण की प्रक्रिया में प्रयुक्त सूत्र तथा विभिन्न शब्दकोषों में उसके अर्थ को जान सकते हैं। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजयकुमार सीजी ने की।

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प्रो.शिवानी कर्णाटक संस्कृत विश्वविद्यालय, बेंगलूरु के व्याकरण विभाग की वरेण्य प्राध्यापिका हैं | शिवानी ने बताया कि बहुविषयी शिक्षण में संस्कृत एवं कम्प्यूटर दोनों का साथ बहुत उपयोगी सिद्ध होगा। अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति ने कहा कि वर्तमान काल में अध्यापन में भी पुस्तकों के अतिरिक्त तकनीकि का प्रयोग बढ़ गया है। हमारे छात्र भविष्य के शिक्षक हैं। ऐसे प्लेइंग टूल्स का उपयोग कर ऐसे सॉफ्टवेयर प्रोग्रामों से परिचित कराया।

वे अपने छात्रों को सहज ही संस्कृत सिखा सकते हैं। कार्यक्रम में प्रास्ताविक वेद एवं व्याकरण विभाग के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश कुमार द्विवेदी तथा कृतज्ञता ज्ञापन शिक्षा शास्त्र विभागके विभागाध्यक्ष डॉ. संकल्प मिश्र का रहा। संचालन अनिरुद्ध त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद सदस्य प्रो. विद्या जोशी, विभागाध्यक्ष डॉ. तुलसीदास परौहा, डॉ. उपेन्द्र भार्गव, डॉ. शुभम शर्मा समेत प्राध्यापक तथा छात्र उपस्थित रहे।