जोशी ने अपने कार्यकाल में नेताओं के जन्मदिन, मनोनयन व अन्य अवसरों पर होर्डिंग्स लगाने की परिपाटी पर रोक लगा दी थी। ग्वालियर में भी उन्होंने यहीं किया। वे तर्क देते है की इतनी राशि नेता पार्टी के काम, पौधारोपण या किसी सामाजिक सरोकार के काम में खर्च करें। उनके आने के साथ ही नेताओं के लिए पुन: ये गाइडलाइन लागू हो सकती है।