महाकाल मंदिर में 13 फरवरी को शिवरात्रि
महाकाल मंदिर में १३ फरवरी को शिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। गर्भगृह में चांदी के रुद्र यंत्र ? की सफाई प्रारंभ हो गई है। रुद्र यंत्र को चमकाने का कार्य 3 दिन चलेगा। इस दौरान गर्भगृह में आम प्रवेश बंद कर दिया गया है।
कोटितीर्थ कुंड की भी सफाई
मंदिर के कोटितीर्थ कुंड की सफाई का कार्य जारी है। इसकी सफाई के बाद पुताई कर नया पानी भरा जाएगा। रंगीन फव्वारे चालू किए जाएंगे। पुताई का कार्य देख रहे इंजीनियर रवींद्र शर्मा ने बताया परिसर में पुताई का कार्य अंतिम चरण में है। सभामंडप के बैस का कार्य भी पूरा होने को है। ठेकेदार दिनेश शुक्ला के अनुसार 4 फरवरी से पहले बैस तैयार कर दिया जाएगा।
लगातार ४२ घंटे दर्शन
महाशिवरात्रि पर महाकाल मंदिर के पट लगातार ४२ घंटे खुले रहेंगे। १३ फरवरी को महाशिवरात्रि पर भस्म आरती के बाद से दर्शन का सिलसिला प्रारंभ होगा। दिन के दर्शन के बाद १३-१४ फरवरी की मध्यरात्रि को राजाधिराज महाकाल को सेहरा धारण कराया जाएगा। बाबा महाकाल के सेहरा धारण करने की वजह से १४ फरवरी का तड़के भस्मआरती नहीं होगी। भस्म आरती दोपहर १२ बजे की जाएगी। दिनभर दर्शन के बाद रात १०.३० बजे शयन आरती के बाद मंदिर के पट बंद किए जाएंगे।
मंगलनाथ में भी पर्व की तैयारियां शुरू
इसी प्रकार महाकाल मंदिर के साथ मंगलनाथ मंदिर में भी महाशिवरात्रि पर्व 13 फरवरी को मनाया जाएगा। शिवरात्रि पर भगवान मंगलदेव भक्तों को निरंतर 42 घंटे दर्शन देंगे। पुजारी पं. दीप्तेश दुबे ने बताया तिथि अनुसार 13 तारीख को शिवरात्रि मानी जा रही है, इसलिए मंदिर में इसी दिन पर्व मनेगा। सुबह 5 बजे मंदिर के पट खुलने के साथ दर्शन शुरू होंगे, जो अगले दिन यानी 14 फरवरी की रात 10 बजे तक निरंतर 42 घंटे तक जारी रहेंगे।