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महाकाल की छठी सवारी : भक्तों को दो रूपों में दर्शन देकर वापस दरबार पहुंचे राजाधिराज

महाकाल की सवारी हरसिद्धि मंदिर से होते हुए वापस महाकाल मंदिर पहुंच गई है। यहां श्रद्धालु शाम 7 से रात 9 बजे तक श्री महाकालेश्वर भगवान के सामान्य दर्शन कर सकेंगे।

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महाकाल की छठी सवारी : भक्तों को दो रूपों में दर्शन देकर वापस दरबार पहुंचे राजाधिराज

उज्जैन. भाद्रपद माह के दूसरे सोमवार को महाकाल की छठी सवारी निकली। भगवान महाकाल ने दो रूपों में नगर भ्रमण कर अपने भक्तों को दर्शन दिये। महाकाल की सवारी हरसिद्धि मंदिर से होते हुए वापस महाकाल मंदिर पहुंच गई है।

महाकाल की छठी सवारी निकलने से पहले श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में प्रबंध समिति अध्यक्ष और कलेक्टर आशीष सिंह और एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर का पूजन-अर्चन श्री महाकालेश्वर मंदिर में ही किया। इसके बाद महाकाल की सवारी को मंदिर परिसर में लाया गया, यहां पालकी में विराजित बाबा श्री चंद्रमोलीश्वर ने श्री साक्षी गोपाल मंदिर पर भगवान से भेंट की। हरि से हर के मिलन का सुखद संयोग जन्माष्टमी के शुभ पर्व पर देखने योग्य था। इस दौरान महंत श्री विनीत गिरी, मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, प्रतीक द्विवेदी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरप गहलोत मौजूद थे।

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सवारी के स्वागत में भक्तों ने बरसाए फूल

मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों के द्वारा पालकी मे विराजित श्री चन्द्रमौलेश्वर भगवान को सलामी दी गई। पालकी के आगे घुड़सवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के जवान आदि की टुकड़ियां मार्च पास्ट करते हुए चल रही थीं। राजाधिराज भगवान महाकाल की सवारी में भक्त भगवान शिव का गुणगान करते हुए तथा झांझ-मंजीरे, डमरू बजाते हुए चल रहे थे।


सवारी लेकर यहां से गुजरे महाकाल

श्री महाकालेश्वर भगवान की छठी सवारी में रजतजडित पालकी में भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर विराजित थे और पालकी के पीछे भगवान श्री मनमहेश हाथी पर सवार होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले। सभामंडप में परंपरागत पूजन के बाद सवारी मुख्य द्वार से श्री बड़ा गणेश मंदिर से होते हुए हरसिद्धि, नृसिंह घाट रोड, सिद्धाश्रम के सामने से शिप्रा तट रामघाट पहुंचेगी। रामघाट पर मां शिप्रा के जल से बाबा श्री महाकालेश्वर के अभिषेक पूजन हुआ। वापसी में सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धि पाल से हरसिद्धि मंदिर पहुंची। यहां मां हरसिद्धि और बाबा महाकाल की आरती के बाद श्री बड़ा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर वापस लौट आए। बता दें कि, अब श्रद्धालु शाम 7 से रात 9 बजे तक श्री महाकालेश्वर भगवान के सामान्य दर्शन कर सकेंगे।

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