
उज्जैन. गोमांस को लेकर विवादों में घिरे अभिनेता रणबीर और आलिया मंगलवार को हिन्दूवादी संगठन के विरोध के चलते महाकालेश्वर दर्शन किए बिना लौट गए। घटना के दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई थी। जिसमें एक कार्यकर्ता को पुलिस ने बुरी तरह पीट दिया था। आरोप है कि उसने सीएसपी ओपी मिश्रा की कॉलर पकड़ ली थी।
मामले में गुरुवार को हिन्दूवादी संगठन के पदाधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पुलिस ने हमारे कार्यकर्ता को जबरदस्ती बुरी तरह पीटा, जबकि सभी कार्यकर्ता शांति पूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं पत्रिका के एक सवाल पर प्रांत मत्री सोहन विश्वकर्मा ने कहा कि संगठन हिन्दू धर्मावलंबियों का संगठन है, हिन्दू धर्म के खिलाफ बोलने वाला चाहे किसी भी पार्टी का हो हम उसका विरोध करेंगे।
प्रांत मंत्री ने कहा कि पुलिस कर्मियों ने उनके कार्यकर्ता को बुरी तरह पीटा जिसकी वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जबकि लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन का सबको अधिकार है। हम अपने अधिकार का उपयोग कर रहे थे परंतु पुलिस ने अपने अधिकारों का गलत उपयोग करते हुए बर्बता की। प्रांत मंत्री ने कहा कि हमारे पक्ष में गृहमंत्री ने भी बयान दिए हैं।
यह भी पढ़ेंः
महापौर और विधायक के साथ अस्पताल पहुंचे
शाम को पदाधिकारी महापौर मुकेश टटवाल, विधायक पारस जैन के साथ जिला अस्पताल के आइसीयू में भर्ती कार्यकर्ता दिलीप लोहार निवासी आगर नाका के हालचाल जानने पहुंचे। इस दौरान उनके साथ बजरंग दल संयोजक अंकित चौबे, महेश कुमावत सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।
Updated on:
09 Sept 2022 01:06 pm
Published on:
09 Sept 2022 12:57 pm
बड़ी खबरें
View Allउज्जैन
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
