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उज्जैन. महाकालेश्वर की कार्तिक-अगहन मास की चौथी व शाही सवारी सोमवार शाम 4 बजे परंपरानुसार निकाली जाएगी। श्रावण-भादौ मास की तरह ही कार्तिक अगहन मास की शाही सवारी निकलेगी, परंतु अगहन मास की सवारी में केवल भगवान महाकाल की पालकी ही निकलेगी, अन्य विग्रह (मुखार विंद) आदि नहीं निकलेंगे। रजत जडि़त पालकी में भगवान चन्द्रमौलेश्वर विराजमान रहेंगे।
यह होगा मार्ग
सवारी मंदिर से प्रारंभ होकर महाकाल रोड, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए रामघाट पहुंचेगी। पूजन-अर्चन के बाद परंपरागत मार्ग से सवारी गणगौर दरवाजा के रास्ते होकर, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती समाज मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, मिर्जा नईमबेग मार्ग, तेलीवाड़ा चौराहा, कंठाल, सतीगेट, सराफ, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।
महाकाल में सभामंडप के निर्माण तक हेड काउंटिंग सिस्टम टला
उज्जैन. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत डिजिटाइजेशन के माध्यम से महाकाल मंदिर में हेड काउंटिंग सिस्टम का काम फिलहाल अटक गया है। सिस्टम से मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की गिनती कैमरे से करने की योजना थी।
इसे फिलहाल सभामंडप के प्रस्तावित निर्माण के कारण टाल दिया गया है।
महाकाल मंदिर में महाकाल मंदिर में दिनभर में कितने श्रद्धालुओं का आगमन हुआ है यह आकंड़ा एक स्विच के दबाते ही स्क्रीन पर लाने की योजना थी। इसमें कैमरों की मदद से गणना की व्यवस्था की जा रही थी। लगभग दो माह पहले संबंधित कंपनी के अधिकारियों ने सिस्टम की जानकारी मंदिर प्रबंध समिति दी थी।
सभामंडप निर्माण जल्द
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने वर्तमान सभामंडप को हटाकर दो मंजिला सभामंडप के निर्माण की तैयारियां प्रारंभ कर दी है। सभामंडप में बैठने वाल पुरोहितों के तखत नंदी हॉल के पास अभिषेक हॉल में रखने का निर्णय लिया है। सभामंडप से होकर नंदीहॉल और बैरिकेड्स में जाने वाले मार्ग को बंद कर प्रवेश की नई व्यवस्था पर अभी विचार किया जा रहा है। वैसे उम्मीद है एक सप्ताह में सभामंडप का निर्माण शुरू हो जाएगा
ऐसे काम करेगा सिस्टम
शहर के निवासियों, बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेहतर मंदिर और शहर सुविधा प्रदान करने के लिए कार्ययोजना बनाने में मदद मिलेगी। मंदिर में जब भी कोई व्यक्ति इन द्वारों से प्रवेश या निर्गम करेगा, उसकी गिनती सर्वर सिस्टम में अपने आप हो जाएगी। इन सर्वर को मंदिर के प्रशासक भवन में रखा है। दो द्वारों से गुजरने वाले किसी भी व्यक्ति को वास्तविक समय में गिना जाएगा और उसे होस्टेड सर्वर फाइल में संग्रहित किया जाएगा। ऑपरेटर डेशबोर्ड पर इन कैमरों की वास्तविक समय स्थिति की निगरानी भी कर सकता है। नामित प्राधिकारी किसी भी समय इनके द्वारा मंदिर प्रांगण में उपस्थित व्यक्तियों की संख्या के बारे में जानकारी ले सकता है। मंदिर परिसर के भीतर तीर्थयात्रियों की वर्तमान स्थिति मोबाइल पर संदेश के द्वारा प्राप्त की जा सकती है।
Published on:
13 Nov 2017 12:20 pm
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