8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सर.. अंधेरे का फायदा उठाकर बदमाश ये करते हैं हरकत –

छात्राओं ने सुरक्षा की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय में प्रदर्शन किया

1 minute read
Google source verification
सर.. अंधेरे का फायदा उठाकर बदमाश ये करते हैं हरकत -

छात्राओं ने सुरक्षा की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय में प्रदर्शन किया

उज्जैन. हमारी सुरक्षा को लेकर छात्रावास में कोई इंतजाम नहीं है। परिसर में अंधेरा रहता है और बदमाश इसका फायदा लेकर तरह-तरह की आवाजें निकाल कर डराते हैं। बीती रात कुछ बदमाश लड़के छात्रावास की दीवार कूदकर परिसर में आए गए थे। हमने शोर मचाया तो भाग निकले। वार्डन और कॉलेज प्रबंधन को शिकायत भी की। कोई कार्रवाई नहीं होने पर मजबूरी में प्रदर्शन के लिए उतरना पड़ा है।

अपर कलेक्टर ऋषव गुप्ता के समक्ष व्यक्त की

यह पीड़ा गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय में प्रदर्शन के लिए पहुंची दशहरा मैदान स्थित शासकीय कन्या महाविद्यालय जीडीसी के मैत्रेयी छात्रावास की छात्राओं ने अपर कलेक्टर ऋषव गुप्ता के समक्ष व्यक्त की। छात्राओं में सुरक्षा की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन किया। छात्राओं का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से छात्रावास परिसर में अज्ञात बदमाश प्रवेश कर छात्राओं को परेशान कर रहे हैं। पिछले दिनों यहां चोरी की घटना भी हुई थी। इसके अलावा छात्रावास परिसर में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण बदमाश तरह-तरह की आवाज निकाल कर छात्राओं को डराते हैं। इस संबंध में जीडीसी प्राचार्य उल्का यादव और छात्रावास वार्डन वंदना त्रिपाठी को शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
७० साल के वृद्ध के जिम्मे सुरक्षा
छात्रावास में ७८ छात्राएं हैंं। सुरक्षा के तौर पर 70 वर्षीय वृद्ध को गेटकीपर बनाकर रखा गया है। छात्रावास परिसर की दीवार भी असुरक्षित हैं और बदमाश इन्हें कूदकर भीतर आते हैं। अपर कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने छात्रावास के बाहर रात को पुलिस गश्त के लिए पुलिस अधिकारियों और माधवनगर पुलिस से चर्चा की।

परिसर में लाइट लगाने को कहा

नगर निगम को छात्रावास के मार्ग और परिसर में लाइट लगाने को कहा है। छात्राओं को आश्वासन दिया कि छात्रावास परिसर की दीवार को ऊंचा करने और सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव बनाकर जल्द कार्रवाई की जाएंगे।