यहां से 40 किलोमीटर दूर स्थित बड़नगर में मूर्ति पर एसिड डालकर असामाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया। इसकी खबर लगते ही कुछ संगठन के लोग आक्रोशित हो गए और प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने चक्काजाम भी कर दिया। प्रशासन को स्थिति नियंत्रित करने के लिए कई स्थानों पर बैरिकेडिंग करना पड़ी। इस दौरान एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। भारी पुलिस बल तैनात कर प्रशासन हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है। यह घटना सोमवार रात बड़नगर डायवर्सन रोड पर अंधेरिया बाग स्थित हनुमान मंदिर में की। इसके पहले पांच मार्च को भी ऐसी हरकत असामाजिक तत्वों ने की थी।
परीक्षाएं रद्द
क्षेत्र में तनाव को देखते हुए मंगलवार को होने वाली प्री बोर्ड की परीक्षाएं भी रद्द कर दी गई हैं। बाजार पहले से ही बंद हैं। व्यापारियों ने मंडी में भी कारोबार बंद रखा है। सीसीटीवी कैमरों की मदद से फुटेज खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही असामाजिक तत्व पुलिस गिरफ्त में होंगे। बड़नगर के कोर्ट चौराहे पर धरने पर बैठे हिन्दूवादी संगठनों को बड़ी मुश्किल से प्रशासन ने शांत कराया।
थाना प्रभारी को हटाया
स्थिति का जायदा लेने पहुंचे कलेक्टर आशीष सिंह और पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र सिंह शुक्ल ने स्थानीय लोगों से भी बातचीत की और प्रशासन से जानकारी ली। एसपी ने लापरवाही पर बड़नगर के थाना प्रभारी सतनाम सिंह को लाइन अटैच कर दिया।
अफवाहों से बचें
कलेक्टर ने क्षेत्र के सभी लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर आने वाली वायरल सामग्री से बचें और कोई भी अफवाह न फैलाएं और न ही किसी अफवाह पर ध्यान दें। बड़नगर में फिलहाल स्थिति सामान्य है। असामाजिक तत्वों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहते हैं हिन्दूवादी संगठन
स्वस्तिक पीठ के संत डॉ अवधेश पुरी ने इस घटना को बेहद शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी 5 मार्च को मंदिर को नुकसान पहुंचाया गया था। यदि उसी समय कार्रवाई हो जाती तो यह दूसरी बार घटना नहीं होती। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
इधर, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के डॉ. नरेंद्र सिंह राजावत ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं से हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि प्रशासन जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों को पकड़े। स्थानीय लोगों ने मोटरसाइकिल रैली निकाल कर असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी की मांग भी की।