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उज्जैन. चरक अस्पताल में गर्भवतियों के उपचार के लिए तैयार हाइ डिपेंडेंसी यूनिट का गुरुवार को फीता काटकर उद्घाटन करने के दौरान अजीब स्थिति बनीं। स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने पास खड़े सिविल सर्जन डॉ आरपी परमार से जब पूछा कि इसमें कितनी लगात आई तो वे बोले सर पता करता हूं। इस पर मंत्री बोले कि आप इतनी भी तैयारी नहीं रखते। बाद में उन्होंने यूनिट लोकार्पित की। १० बेड वाली इस यूनिट में विशेष स्टॉफ तैनात रहेगा, जो गंभीर स्थिति वाली गर्भवती का संपूर्ण परीक्षण करेगा। इस दौरान मंत्री सिलावट ने चरक अस्पताल में भर्ती महिलाओं से स्वयं स्वास्थ्य सेवा व पोषण आहार के बारे में पूछा। जमीन पर बैठक महिलाओं से व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। सभी ने ठीक जवाब दिए। हालांकि दो मरीजों ने ऑपरेशन थिएटर स्टाफ के रवैये को लेकर शिकायत की।
चरक अस्पताल में मंत्री सिलावट ने हाइ डिपेंडेंसी यूनिट उद्घाटन के दौरान मशीन से अपना एसपीओ 2 चेक किया। उन्होंने स्वास्थ्य अमले से कहा कि यहां भर्ती होने वाली गर्भवती व उनके शिशुओं के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान देने के साथ उनसे अच्छा व्यवहार करें। अस्पताल में चिकित्सकों एवं अन्य संसाधनों की कमी है तो उसे भी जल्द पूरा करेंगे। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग संयुक्त संचालक डॉ लक्ष्मी बघेल, सीएमएचओ डॉ रजनी डाबर, आरएमओ डॉ जीएस धवन, डॉ अभिषेक जीनवाल आदि उपस्थित रहे।
नई यूनिट में ये सेवाएं मिलेंगी
चरक अस्पताल में शुरू की गई हाई डिपेंडेंसी यूनिट के लिए दो चिकित्सक व 10 स्टाफ नर्स को ट्रेनिंग दी गई है। इसमें 10 बिस्तर लगे हैं। यहां गंभीर स्थिति वाली गर्भवती, प्रसूताओं को रखा जाएगा, जिनकी लगातार मॉनिटरिंग होगी। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए ये यूनिट स्थापित की गई है। इसमें सभी तरह के परीक्षण एक ही प्रक्रिया के तहत हो जाएंगे।
रोकने के बावजूद वार्ड में घुसे समर्थक
मंत्री के चरक अस्पताल में निरीक्षण करने दौरान समर्थक व कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में वार्डों में घुस आए। जबकि अंदर जाने से पहले मंत्री ने ही कहा था कि अधिक लोग अंदर ना आएं, मरीजों को परेशानी होती है। बाहर आने पर जब मीडिया ने पूछा तो उन्होंने कहा कि आगे से एेसा नहीं होने देंगे। सब लोग प्रेम में अंदर आ गए तो मना नहीं कर पाए। इससे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सिलावट ने पत्नी व पुत्र चिंटू सिलावट के साथ महाकालेश्वर के दर्शन भी किए। पूजन अभिषेक शर्मा बाला गुरु व दीपक शर्मा ने कराया।
गर्भवती का बीपी अधिक बढऩे पर रेफर नहीं करना पड़ेगा
हाइ डिपेंडेंसी यूनिट का बड़ा लाभ यह होगा कि अब गर्भवती का ब्लड प्रेशर अधिक बढऩे और कंट्रोल नहीं होने पर इन्हें दूसरे अस्पतालों में रेफर नहीं करना पड़ेगा। इसी यूनिट में बेहतर देखभाल की सुविधा मिलेगी। निजी अस्पतालों में इलाज का खर्च नहीं उठा सकने वाले गरीब मरीजों को भी इसका लाभ मिलेगा। इस यूनिट में वेंटीलेटर मॉनीटर सहित अन्य इमरजेंसी उपकरणों मौजूद हैं, जिससे गंभीर स्थिति में भी मरीज का इलाज सम्भव होगा। अभी तक चरक में आधुनिक उपकरणों से लैस स्पेशल यूनिट नहीं थी। गंभीर प्रकरणों में मरीजों को मेडिकल कॉलेज रेफर करना पड़ता था।
Published on:
02 Aug 2019 06:00 am
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