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30 करोड़ की लागत से बन रहा रेलवे ब्रिज, लापरवाही की भेंट चढ़ रहा

बडऩगर रोड पर 30 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण अब ठेकेदार के धीमे काम से पिछड़ गया है।

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उज्जैन. बडऩगर रोड पर 30 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण अब ठेकेदार के धीमे काम से पिछड़ गया है। आरओबी में अब तक स्लैब (छत) डल जाना थी, लेकिन पिलर का काम ही पूरा नहीं हुआ है। ठेकेदार के लापरवाही भरे काम के चलते अब सेतु विभाग ने नोटिस जारी कर चेतावनी दी है कि काम की रफ्तार नहीं बढ़ती है तो टर्मिनेट कर दिया जाएगा।

सेतु विभाग ने बडऩगर रेलवे क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज निर्माण की वर्ष 2016 में मंजूरी दी थी। गुजरात की कंपनी ने इसका टेंडर लिया था और 24 महीने में दिसंबर 2018 तक इसे पूर्ण होना था। बाद में ब्रिज की डिजाइन के बदलने के चलते काम लेट हुआ और वर्ष 2018 में दोबारा से ब्रिज का काम नई डिजाइन के साथ शुरू हुआ। यहां पर अब तक 15 पिलर खड़े किए जा चुके हैं। वहीं ब्रिज के स्लैब के लिए आड़े पिल्लर डाले जा रहे हैं, लेकिन ठेकेदार द्वारा धीमी गति से काम किया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक पिलरों पर आड़े पिलर डलने के बाद स्लैब निर्माण का काम शुरू हो जाना चाहिए था। स्थिति यह है कि अभी कुछ पिलर ही अधूरे पड़े हैं और आड़े पिलर भी नहीं डल पाए हैं, जबकि ब्रिज को दिसंबर 2019 तक की अवधि में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा है। जिस हिसाब से काम हो रहा है उससे इस अवधि में आरओबी का काम पूरा होता नहीं दिख रहा है। लिहाजा ठेकेदार को सेतु विभाग ने नोटिस जारी किया है। इसमें काम में तेजी नहीं लाने की स्थिति में ठेका टर्मिनेट करने की चेतावनी दी गई है। हालांकि विभाग द्वारा ठेका निरस्त करने की कार्रवाई पर भी विचार किया जा रहा है लेकिन आचार संहिता और दोबारा से टेंडर प्रक्रिया में समय लगते यह कार्रवाई नहीं की गई है।

ब्रिज निर्माण में सामने आई थी खामी

बडऩगर रोड पर बन रहे आरओबी के निर्माण में ठेकेदार द्वारा गुणवत्ता के साथ काम नहीं किए जाने का मामला भी आया था। सेतु विभाग के अधीक्षण यंत्री ए सूर्यवंशी ने आरओबी का निरीक्षण तो ब्रिज के पिल्लर में लगाए गए सरिए तय मापदंड के आधार पर नहीं रखे गए मिले थे, जबकि इनकी साइज निर्धारित होती है यह सरिए ब्रिज मजबूती के लिए खासी महत्वपूर्ण रहते हैं। एसई सूर्यवंशी ने इस लापरवाही पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने निर्माण में उपयोग की जा रही सामग्री की लैब टेस्टिंग, निर्माण का स्ट्रक्चर, शेष निर्माण कार्यों की प्रगति सहित अन्य कार्यों की जांच कर अधिकारियों के साथ ठेकेदार के काम पर भी सवाल उठाए थे। स्थिति यह है कि एसई द्वारा निर्देशों के बावजूद भी ब्रिज में धीमा काम हुआ और टर्मिनेट के नोटिस जारी किया गया।

इनका कहना

बडऩगर आरओबी के निर्माण में धीमे काम होने पर ठेकेदार को नोटिस दिया है। ब्रिज में अब तक स्लैब डल जाना थी लेकिन पिलर का काम ही चल रहा है। अगर समय रहते काम नहीं होता है तो ठेकेदार को टर्मिनेट भी किया जाएगा।

- महेश शर्मा, एसडीओ, सेतु विभाग