15 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सिंहस्थ में बनाया था यह बस स्टैंड, बन गया बदमाशों का अड्डा

लाखों की लागत से बने सेटेलाइट बस स्टैंड का नहीं हुआ उपयोग

2 min read
Google source verification
This bus stand was built in Simhastha, became the hub of miscreants

लाखों की लागत से बने सेटेलाइट बस स्टैंड का नहीं हुआ उपयोग

आगर-मालवा. सिंहस्थ के दौरान सांची दूध डेयरी के पास नगर पालिका द्वारा करीब 50 लाख रुपए खर्च कर एक सेटेलाइट बस स्टैंड का निर्माण कराया था और उम्मीद की जा रही थी कि इस बस स्टैंड का सिंहस्थ के बाद भी निरंतर उपयोग होता रहेगा, लेकिन इस बस स्टैंड का महज सिंहस्थ अवधि में ही उपयोग किया गया, उसके बाद से यह बस स्टैंड विरान हो चुका है और धीरे-धीरे असामाजिक गतिविधियों का अड्डा बन चुका है। बस स्टंैड में बारिश के दौरान बड़ी-बड़ी झाडिय़ां विकसित हो चुकी है, वहीं गंदे पानी से बस स्टैंड के हाल-बेहाल हो चुके है, जिसकी ओर जवाबदारों का कोई ध्यान नहीं है।
सिंहस्थ के दौरान आगर को पड़ाव क्षेत्र घोषित किया था और पड़ाव क्षेत्र होने के कारण यहां यात्रियों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए विकास कार्य कराए थे। आनन-फानन में सांची दूध डेयरी के पास ईंट भट्टे हटाकर एक बस स्टेंड तैयार किया गया था और यात्रियों के लिए व्यवस्थाएं जुटाते हुए बस स्टैंड की बाउंड्रीवाल परिसर में सुविधाघर, पेयजल आदि व्यवस्था के इंतजाम किए थे। कयास लगाया जा रहा था कि इस बस स्टैंड का बाद में ही निरंतर उपयोग होता रहेगा, लेकिन सिंहस्थ के समाप्त होने के बाद जवाबदारों ने इस बस स्टैंड की ओर पलटकर भी नहीं देखा। अब हालात यह है कि यहां अधिकांश समय असामाजिक तत्व अवांछित गतिविधि करते हुए देखे जाते है। हाईवे के समीप होने के कारण आपराधिक किस्म के लोग आसानी से छूप जाते है। यात्रियों की सुविधा के लिए बनाए गए सुविधाघर देखरेख के अभाव में क्षतिग्रस्त होते जा रहे है, जिसकी ओर किसी का कोई ध्यान नहीं है।
छावनी नाके पर दबाव हो सकता है कम
छावनी क्षेत्र में ही स्थित यह सेटेलाइट बस स्टैंड यदि शुरू हो जाता है तो सुसनेर, कोटा की ओर आने-जाने वाले यात्रियों को तो सहुलियत मिलेगी, साथ ही बेरोजगारों को रोजगार भी मिलेगा। इस बस स्टैंड के कारण छावनी नाके पर यातायात का दबाव भी कम हो जाएगा, लेकिन जवाबदार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे है।
अत्याधुनिक बनाने की योजना
नगर पालिका द्वारा इस बस स्टैंड के उन्नयन के लिए पूर्व में एक डीपीआर बनाई गई थी जिसमें बस स्टेंड परिसर मे सीमेंट कांक्रीट, पार्किंग व्यवस्था, यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था एवं शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाना प्रस्तावित किया गया था। डीपीआर में निर्माण कार्य का खर्च करीब 1 करोड़ रुपए बताया था, लेकिन आज तक यह कार्य आगे नहीं बढ़ पाया है।
सिंहस्थ के दौरान वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए सेटेलाइट बस स्टैंड बनाया था। वहां फिलहाल यात्रियों की सुविधा के अनुरूप व्यवस्थाएं नहीं है। निकाय द्वारा उन्नयन के लिए डीपीआर तैयार कर भेजी जा चुकी है। स्वीकृति आने पर उन्नयन कार्य होगा।
सीएस जाट, सीएमओ आगर