
विधानसभा के बाद अब लोकसभा चुनाव में फिरोजिया-परमार फिर आमने-सामने
उज्जैन. लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस ने शनिवार देर रात उज्जैन-आलोट लोकसभा सीट पर तराना विधायक महेश परमार को प्रत्याशित घोषित कर दिया है। परमार का मुकाबला अब भाजपा प्रत्याशी व वर्तमान सांसद अनिल फिरोजिया से होगा। यह दूसरा मौका होगा, जब परमार और फिरोजिया आमने-सामने चुनाव लड़ेंगे। तराना विधानसभा क्षेत्र में 2018 में परमार और फिरोजिया आमने-सामने हो चुके हैं।
विधायक परमार को लोकसभा का टिकट मिलने की अटकलें पहले से थीं। देर रात उनके नाम की अधिकृत घोषणा कर पार्टी ने इस पर मुहर लगा दी। जिला पंचायत से लेकर नगर निगम महापौर और विधानसभा जैसे कई चुनाव लड़ चुके परमार के लिए लोकसभा में उतरने का यह पहला मौका है। उनके नाम की घोषणा होते ही कांग्रेस के साथ भाजपा में भी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। कहा यह भी जा रहा है कि परमार को मैदान में उतारकर कांग्रेस ने चुनाव को रोमांचक बना दिया है।
आज महाकाल और चिंतामण का आशीर्वाद लेंगे
कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा हुई तब महेश परमार ग्राम कदवाली में थे। जानकारी लगते ही कांग्रेस नेता और समर्थकों द्वारा गांव पहुंचकर या फोन के जरिए बधाई का दौर शुरू हो गया। नव नियुक्त शहर अध्यक्ष मुुकेश भाटी, कांग्रेस नेता अजीतसिंह ठाकुर, धर्मेंद ठाकुर आदि भी गांव पहुंचे और परमार का स्वागत किया। विधायक परमार ने बताया कि वे रविवार को उज्जैन पहुंच बाबा महाकाल व चिंतामण गणेश का आशीर्वाद लेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव में वे भाजपा के झूठे वादे और किसान, करीब, बेरोजगार युवा व असुरक्षित महिलाओं की समस्या को लेकर जनता के बीच जाएंगे।
विधानसभा के बाद लोकसभा में मुकाबला
विधानसभा चुनाव २०१८ में तराना सीट पर भाजपा के अनिल फिरोजिया और कांग्रेस के महेश परमार आमने-सामने हुए थे। तब फिरोजिया सिटिंग एमएलए थे। परमार करीब २ हजार वोटों से उन्हें हराकर विधायक बने थे। वर्ष २०२३ में हुए विधानसभा चुनाव में परमार ने भाजपा के ताराचंद गोयल को हराकर दोबारा तराना विधायक बने। अब लोकसभा का टिकट मिलने के चलते एक बार फिर फिरोजिया व परमार आमने-सामने हो रहे हैं।
चार बार विधायक रहे नागदा के गुर्जर अब मंदसौर से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शुमार पूर्व विधायक दिलीपसिंह गुर्जर को पार्टी ने मंदसौर लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार चुना हैं। शनिवार रात जारी कांग्रेस की दूसरी सूची में इस सीट से गुर्जर के नाम पर मुहर लगी है। बता दें कि नागदा की राजनीति के इतिहास में तीन बार पार्टी व एक बार निर्दलीय विधानसभा चुनाव जीतकर गुर्जर ने सबसे ज्यादा बार विधायक होने का तमगा हासिल किया है। राजनीति करियर में गुर्जर महज 2013 व 2023 का चुनाव हारे हैं। कांग्रेस ने जब सूची जारी की, तब गुर्जर अपने घर पर ही थे। सूची में गुर्जर का नाम होने पर कार्यकर्ताओं में हर्ष का माहौल रहा। समर्थकों ने गुर्जर के घर के बाहर आतिशबाजी करके उनकी उम्मीदवार घोषित होने का जश्न मनाया गया। इस दौरान गुर्जर का स्वागत किया गया। पत्रिका से चर्चा में गुर्जर ने शीर्ष नेतृत्व का आभार माना। वह बोले- पार्टी की उम्मीदों पर पूरी तरह खरा उतरने का प्रयास करुंगा। ये सही है कि मंदसौर लोकसभा एक बड़ी चुनौती है, लेकिन कार्यकर्ताओं और जनता में विश्वास की डोर मजबूत करके आगे बढ़ेंगे।
Published on:
24 Mar 2024 02:11 am
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