शहर में यूं तो कई मंदिर हैं, लेकिन यहां एक ऐसा मंदिर भी है, जहां प्राचीन समय में हर दिन मानव बलि दी जाती थी। नवरात्रि के दौरान हम आपको एक ऐसी देवी के दर्शन कराने जा रहे हैं, जो रोज शहर में मानव की बलि लेती थी। उज्जैन में भूखी माता नाम की इस माता की कहानी सम्राट विक्रमादित्य के राजा बनने की किंवदंती जुड़ी है। मान्यता है कि भूखी माता को प्रतिदिन एक युवक की बलि दी जाती थी। राजवंश में जो भी जवान लड़के को अवंतिका नगरी का राजा घोषित किया जाता था, भूखी माता उसे खा जाती थी।