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पुलिस का फ्लैग मार्च-जनता क्यों बोली..आप ड्रेस में नहीं सादी वर्दी में निकले

मुख्यमंत्री के निर्देश पर सडक़ पर उतरे पुलिस अफसरों के सामने लोगों ने रखी शिकायतें

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पुलिस का फ्लैग मार्च

शहर में शनिवार शाम को पुलिस ने शहर के विभिन्न स्थानों से फ्लैग मार्च निकाला।

उज्जैन। शहर में शनिवार शाम को पुलिस ने शहर के विभिन्न स्थानों से फ्लैग मार्च निकाला। इसमें थाना स्तर पर पुलिसकर्मी तो आईजी संतोषकुमारसिंह व एसपी सचिन शर्मा पुलिस बल के साथ सडक़ पर उतरकर करीब १२ किमी घुमे। आईजी संतोषकुमार सिंह के साथ फ्लैग मार्च के दौरान लोगों से चर्चा भी की गई। इस दौरान नानाखेड़ा पर लोगों ने बताया कि घटना होने पर पुलिस फोन नहीं उठाती है। सूचना देने के बाद भी समय पर पुलिस नहीं आती है। एक अभिभाषक ने पुलिस अधिकारियों को बगैर ड्रेस पहने सडक़ पर घुमने की सलाह दी। उनका कहना था कि बगैर ड्रेस के आप रेलवे और बस स्टैंड जाएंगे तो पता चलेगा कि ऑटो, मैजिक व बस वाले कैसे व्यवहार करते हैं। वहीं लोगों ने रात में गश्त नहीं होने और दुकानों के बाहर शराब होने की शिकायत भी दर्ज की। एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के तहत पूरे प्रदेश में फ्लेग मार्च निकाला गया। इसके पीछे जनता से सीधे संवाद तथा ग्राउंड स्थिति पता करना है। फ्लैग मार्च में आइजी के साथ ५० तो अगल-अलग क्षेत्रों में २०० पुलिसकर्मी शामिल थे। यह फ्लैग मार्च हर महीने निकाला जाएगा।
इन क्षेत्रों से निकला फ्लैग मार्च
हरि फाटक से शुरू होकर बेगमबाग नलिया बाखल, तोपखाना लोहे का पुल, गु द री , गोपाल मंदिर, कमरी मार्ग, केडी गेट, खजूर वाली मस्जिद, बियाबानी, बीमा चौराहा, कोयला फाटक व चामुंडा माता मंदिर फ्रीगंज ब्रिज टावर तथा तीन बत्ती से सिंधी कॉलोनी व दो तालाब होते हुए नानाखेड़ा चौराहा से होते हुए लोहार पट्टी से वापस हरिफाटक तक पहुंचा।