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कलेक्टर ने कहा- अगर स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में लापरवाही मिली तो होगी सख्त कार्रवाई

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश

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Collector said- If negligence is found in the implementation of health programs then strict action will be taken

Collector said- If negligence is found in the implementation of health programs then strict action will be taken

उमरिया. शासन द्वारा आम जन को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिलाने के लिए अनेकों स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इनका लाभ संबंधित व्यक्तियों को दिलाना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। इसके साथ ही विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की मॉनीटरिंग के लिए पोर्टल एवं ऐप की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रमों में लाभान्वित होने वाले हितग्राहियों की जानकारी समय पर पोर्टल एवं ऐप में अनिवार्य रूप से फीड की जाए। स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह निर्देश कलेक्टर डा. कृष्ण देव त्रिपाठी ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दिए।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए स्वास्थ्य योजनाएं चलाई जा रही हंै। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आवश्यक है कि गर्भवती माताओं का नियमित पंजीयन तथा नियमित जांच हो तथा इसकी फीडिंग भी पोर्टल पर की जाए। ऐसा करने से जननी सुरक्षा योजना तथा प्रधानमंत्री मातृत्व योजना का लाभ भी महिलाओं को मिल सकेगा।
गर्भवती माताओं तथा बच्चों का नियमित टीकाकरण हो। बाल एनीमिया को रोकने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों, प्राइमरी स्कूल तथा हाई स्कूल तथा हायर सेकेण्डरी स्कूल में जांच के लिए कैलेण्डर बनाकर टीम भेजी जाए। सिकल सेल एनीमिया की जांच के लिए व्यापक अभियान चलाया जाए।
जहां मलेरिया का प्रकोप रहा, वहां दवा छिड़काव कराएं
उन्होंने कहा कि वर्षा काल में फैलने वाले संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए जन जागरूकता अभियान चलाने के साथ ही सूचना तंत्र को मजबूत किया जाए। पूर्व वर्षो में जिन क्षेत्रोंं में मलेरिया का प्रकोप रहा है, उन क्षेत्रोंं में पूर्व से ही दवा का छिड़काव कराने, किट एवं दवाई की व्यवस्था की जाए। गर्भवती माताओं को पोषण आहार का समय पर वितरण सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके मेहरा, सिविल सर्जन डा. के सी सोनी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास भरत सिंह राजपूत, डीएचओ डॉ. संतोष चौधरी, डा. ऋचा गुप्ता, डीपीएम, बीएमओ, बीपीएम, सीडीपीओ, डॉ. अनिल सिंह, रोहित सिंह, बुद्धराम रहंगडाले तथा विभिन्न कार्यक्रमों के प्रभारी उपस्थित रहे।