
उमरिया. अस्पताल में इलाज के अभाव में युवक की मौत के बाद वाहन न मिलने पर बाइक से शव ले जाने का शर्मनाक मामला सामने आया है। जानकारी अनुसार मानपुर मुख्यालय के पतौर निवासी सहजन कोल पिता छोटकनी कोल उम्र 35 वर्ष को अचानक पेट मे दर्द शुरू उठ गया था। जिसे इलाज के लिए मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां डॉक्टर न मिलने की वजह से अस्पताल परिसर में ही तड़प तड़प कर आदिवासी युवक की मौत हो गई ।
दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार पर साधा निशाना
इधर, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने भी सरकार पर सवाल उठाए हैं।दिग्विजय सिंह ने बाइक पर शव ले जाने वाला वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि शिवराज सरकार की कैबिनेट मंत्री मीना सिंह के विधानसभा के ग्राम पतौर में पेट दर्द के कारण आदिवासी की मौत हो गई। वायरल वीडियो में देखिए, लोग शव वाहन ना होने के कारण मोटर साइकिल में शव बांध कर ले जाने को हैं मजबूर। यही है शिवराज सिंह चौहान के विकास की हकीकत।
परिजन शव वाहन के लिए गिडगिडाते रहे लेकिन किसी ने न सुनी। बाद में परिजन शव को रस्सी से बांधकर बाइक से लेकर घर तक पहुंचे।
मृतक सहजन पिता छोटकनी कोल उम्र 45 वर्ष निवासी ग्राम पतौर के परिजन काली चरण के अनुसार,मृतक पीलिया का मरीज था। मंगलवार की सुबह बेटे मोहित लाल, पत्नी कलावती कोल एवम ससुर केसला कोल के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर इलाज के लिए आया था, ड्यूटी डॉक्टर ने मरीज की हालत देखकर ड्रिप लगाकर इलाज तो शुरू कर दिया लेकिन मरीज की हालत सही न होने की वजह से मरीज को तत्काल जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, परिजन कालीचरण के अनुसार, रेफेर के लिये परिजन ऑटो की व्यवस्था कर उमरिया लाने की तैयारी कर रहे थे,इसी बीच मरीज की मौत हो गई, बाद में शव को घर ले जाने निजी वाहन की व्यवस्था नही होने पर बाइक से ही ले गए।
Updated on:
12 May 2021 02:34 pm
Published on:
12 May 2021 08:08 am
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