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गुरु पूर्णिमा: पूजन-अर्चन कर किया गुरुओं का किया सम्मान

पूजे गए गुरु, मंदिरों में हुए धार्मिक अनुष्ठान

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Guru Purnima: Honored the Gurus by worshiping

Guru Purnima: Honored the Gurus by worshiping

उमरिया. आषाढ़ के महीने में पडऩे वाली पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। गुरु पूर्णिमा पर पर अपने गुरु का पूजन कर उनके प्रति सम्मान प्रकट किया जाता है। सोमवार को श्रद्धालुओं ने अपने-अपने गुरुदेव महाराज की पूजा अर्चना करने के साथ- साथ विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान सम्पादित कराए। जिला मुख्यालय स्थित मन्दिरों में रामायण पाठ, भजन कीर्तन के साथ हवन भंडारा प्रसाद वितरण किया गया। गुरु पूर्णिमा पर स्थानीय साग्रेश्वरनाथ सगरा मन्दिर में रामायण पाठ का आयोजन किया गया था, जिसमें गुरु जी के शिष्यों सहित महिलाओं ने रामायण पाठ किया। रामायण पाठ के बाद हवन आदि के साथ अरुण श्रीवास्तव ने भंडारा प्रसाद का वितरण किया, जिसमें बढ़चढ़कर श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
गुरु पूर्णिमा के मौके पर समूचे जिले में गुरुदेव की पूजा कर शिष्यों ने आशीर्वाद प्राप्त किया। ज्ञात हो कि साग्रेश्वरनाथ सगरा मंदिर में गुरुजी के महिला- पुरुष शिष्य काफी संख्या में एकत्रित होकर भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने के साथ साथ- गुरुजी की पूजा आराधना कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
गुरु पूर्णिमा पर अमोल आश्रम धाम में लगा भक्तों का तांता
जिला एवं डिंडोरी जिला के सीमा में स्थित अमोल आश्रम में हर वर्ष की भांति गुरु पूर्णिमा पर कई जिलों से श्रद्धालु पहुंचे। यहां अखंड मानस कीर्तन, भजन, हवन का आयोजन किया गया। श्रीश्री 108 भगत गिरी (बच्चू महाराज) का श्रद्धालुओं आशीर्वाद प्राप्त किया। अखंड मानस कीर्तन के बाद महाराज जी ने अपनी अमृत मई वाणी से श्रद्धालुओं को शुभ आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की मंगल कामना की।
उन्होंने बताया कि भगवान स्वरूप सर्वप्रथम माता पिता भगवान होते हैं उनका सेवा कर आशीर्वाद लेना चाहिए। कार्यक्रम समापन के बाद कन्या भोज कराकर ब्राह्मण भोज एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु शमिल हुए। विधायक बांधवगढ़ ने भी सपरिवार पहुंचकर बच्चू महाराज का आशीर्वाद लिया।