
Man did not pay attention to the conservation of rivers for personal interest, hence the existence of rivers in danger: Collector
उमरिया. नदी सभ्यता और संस्कृति की संवाहक रही है। अधिकांश नदियों के किनारें ही मानव सभ्यता पनपी है। नदियों का संरक्षण, संवर्धन उनकी स्वच्छता बनाए रखना समाज का दायित्व है। निजी स्वार्थो या आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए नदियों के संरक्षण पर ध्यान नहीं देने के कारण अधिकांश नदियां या तो अपना असतित्व खो चुकी है या प्रदूषित हो चुकी है। प्रकृति ने मानव जीवन की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति की व्यवस्था की है। जरूरत है प्रकृति से प्राप्त संसाधनों के बेहतर उपयोग तथा उनके संरक्षण की। यह विचार कलेक्टर डॉ. कृष्ण देव त्रिपाठी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर उमरार नदी के खलेसर घाट में आयोजित नदी संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर जन अभियान परिषद, एन आर एल एम, जिले के युवा खिलाड़ी, नगर के स्वयं सेवी लोग, शासकीय सेवक सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कलेक्टर ने कहा कि उमरार नदी को पुर्नजीवित करने के लिए जन सहयोग से 45 दिन तक श्रमदान का कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसके माध्यम से खलेसर घाट, महिला घाट, ज्वालामुखी घाट में साफ सफाई की गई थी। पुन: जन सहयोग से हनुमान घाट की साफ सफाई का कार्य हाथ मे लिया जाएगा। नगर के सभी गणमान्य नागरिकों, स्वयं सेवी संस्था, सामाजिक एवं धार्मिक संस्था इस कार्य मेें अपनी महती भूमिका निभाएं।
पर्यावरण संरक्षण पर रखे विचार
शासकीय रणविजय प्रताप सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पर्यावरण दिवस मनाया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य ने पर्यावरण का संरक्षण, जागरूकता एवं सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को कम करने पर अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रो. संजीव शर्मा ने वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण को रोकने के तरीकों पर चर्चा की। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ अरविंद शाह बरकड़े के द्वारा उक्त विषय पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई एवं राजेंद्र पटेल ने भी पर्यावरण संरक्षण के बारे में जानकारी प्रदान की।
निकाली जारूकता रैली
सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए नगर के खिलाडिय़ों द्वारा जन जागरूकता रैली निकाली गई, जो खलेसर घाट से होते हुए गांधी चौक, स्टेशन रोड, संजय मार्केट से होते हुए वापस खलेसर घाट में समाप्त हुई। कार्यक्रम मेें जिला शिक्षा अधिकारी उमेश कुमार धुर्वे, जिला खनिज अधिकारी फरहत जहां, मुख्य नगर पालिका अधिकारी ज्योति सिंह, जिला समन्वयक ग्रामीण आजीविका मिशन प्रमोद शुक्ला, जिला समन्वय जन अभियान परिषद, वालीबाल संघ के जिला अध्यक्ष संतोष सिंह सहित शिक्षकों, पर्यावरण विभाग के कनष्ठि वैज्ञानिक बीएम पटेल, सुभाष निगम, गणमान्य नागरिक तथा नगर पालिका उमरिया का स्टाफ शामिल रहा।
Published on:
06 Jun 2023 04:28 pm
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