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मिट्टी के बाघ बनाकर लोगों को दिया संदेश कि बाघ हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण हैं

अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर हुई प्रतियोगिता, प्रतिभागियों को किया सम्मानित

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Message given to the people by making clay tigers that how important tigers are for us

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उमरिया. अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के उपलक्ष्य पर युवा टीम उमरिया ने बिरसिंहपुर पाली में चित्रकला प्रतियोगिता व मिट्टी से बाघ बनाकर बाघ संरक्षण का संदेश दिया। प्रतिभागियों ने चित्र के माध्यम से बाघों का महत्व समझाने का प्रयास किया। टीम लीडर हिमांशु तिवारी ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को आयोजन के दौरान बताया की बाघ हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण हैं।
बच्चों को यही बताया गया कि प्रकृति ने जैव विविधता कि जो रचना की है वह बेहद महत्वपूर्ण है और हमें विवेक का उपयोग करते हुए इस व्यवस्था को बनाए रखने की जिम्मेदारी निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि बाघों के होने का अर्थ है कि जंगल अच्छे हैं और अच्छे जंगल संतुलित पर्यावरण का प्रतीक होते हैं। हम सभी अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर बाघों के संरक्षण-संवर्धन में सहयोग का संकल्प लें।
प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को मेडल देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान हिमांशु तिवारी, खुशी सेन, अमृता सिंह, दीपू सेन, राहुल सिंह, लकी यादव, सत्यम सेन, आनंद विश्वकर्मा, कौशल बर्मन, लव बर्मन, कुश बर्मन, निखिल सिंह राठौर, शंकर बैगा, सुमित सेन सहित अन्य उपस्थित रहे।