
माफियाओं के निशाने पर आकाशकोट के पहाड़
उमरिया. जिले के सबसे खूबसूरत और नैसर्गिक पहाड़ी अंचल आकाशकोट खनिज माफियाओं के निशाने पर है ताजा जानकारी के मुताबिक प्रशासन की मिलीभगत से बनारस से उमरिया पंहुचे खनिज माफिया द्वारा आकाशकोट के मरदरी ग्राम मे आदिवासियों के पुस्तैनी कब्जे की जमीन में पत्थर की लीज के लिए आवेदन किया गया है जबकि जिस जमीन पर पत्थर की लीज के लिये आवेदन दिया गया है उसमें मरदरी निवासी बारेलाल सिंह सहित कई आदिवासी किसान वर्षों के काबिज हैं और खेती किसानी करके जीवन यापन कर रहे हैं।मरदरी सहित आधा दर्जन गांवों में पत्थर की लीज के आवेदन। यूपी के बनारस एवं अन्य जिलों से उमरिया की खनिज संपदा का दोहन करने पंहुचे माफियाओं के दल ने खनिज विभाग में आधा दर्जन गांवों में पत्थर की लीज के आवेदन लगा रखे हैं और जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी गुपचुप तरीके से लीज के आवेदन पर मोहर लगाने के काम मे जुट गए हैं यहां तक कि शुक्रवार को खनिज एवं राजस्व विभाग का संयुक्त दल मरदरी ग्राम में आवेदित खदान का सीमांकन करने पंहुच गया जहां उन्हें ग्रामीणों के विरोध का सामना भी करना पडा था।
आदिवासी समाज में आक्रोश
बता दें आकाशकोट उमरिया जिले के पहाड़ी अंचल पर बसे 25 आदिवासी गांवो के समूह को कहा जाता हैएप्रकृति की नैसर्गिक सुंदरता के कारण इस स्थल को कई बार पर्यटन हब बनाये जाने की मांग उठती रही है लेकिन बीते कई वर्षों से यहां प्रचुर मात्रा में मौजूद गौंड खनिज माफियाओं के निशाने पर आ गई और कभी क्रेशर तो कभी खदान के नाम पर माफिया आकाशकोट के प्राकृतिक एवं नैसर्गिक स्वरूप को मिटाना चाह रहे हैं इस बात को लेकर आदिवासी समाज मे गहरा क्षोभ व्याप्त है।
इनका कहना है
ग्राम मरदरी में पत्थर की लीज का आवेदन मिला है जमीन पर किसका मालिकाना हक है हमे जानकारी नही है जांच के बाद ही उचित निर्णय किया जाएगा।
मान सिंह बघेल, खनिज अधिकारी उमरिया
Published on:
15 Sept 2019 10:00 am
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