
Vote percentage will have to be updated every moment, if EVM gets damaged then information will have to be given immediately.
जिले में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन संपन्न कराने के लिए सेक्टर अधिकारियों को जिला निर्वाचन अधिकारी बिना तनाव के अपने कार्यो को अंजाम देने निर्देश दिए हैं। साथ ही मतदान दल रवाना होने से लेकर दल के मतदान केंद्र के पहुंचने, वहां की तैयारियों, माकपोल, मतदान की प्रक्रिया, अभिकर्ताओं की नियुक्ति, आयोग द्वारा समय समय पर चाही गई रिर्पोटिंग आदि का कार्य व्यवस्थित तरीके से करने भी कहा है। उन्होंने सेक्टर अधिकारी मतदान केंद्र में मतदान दल का सहयोग करने वाला अधिकारी होता है इसलिए उसे मतदान प्रक्रिया की पूरी जानकारी होना चाहिए। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी बुध्देेश कुमार वैद्य ने सेक्टर आफीसरों के अंतिम प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए निर्देश दिए हैं। इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी शिवगोविंद सिंह मरकाम, सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी, मास्टर ट्रेनर सुशील मिश्रा तथा सेक्टर आफीसर उपस्थित रहे। भारत निर्वाचन आयोग व्दारा नियुक्त बेल के इंजीनियर मनीष सिंह ने मतदान दिवस के दिन ईव्हीएम में सीयूए बीयू तथा व्हीव्हीपीएटी के संचालन की जानकारी लेते हुए आने वाली तकनीकी समस्याओं तथा उनके निराकरण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर सुशील मिश्रा ने मतदान दल के रवाना करने के पूर्व जोनल आफीसर को अपने मतदान दलों के सदस्यों से संपर्क करने, उनका ग्रुप बनाने, गु्रप के रवाना होने के बाद कंट्रोल रूम को जानकारी देने, मतदान दलों के संबंधित मतदान केंद्र में पहुंचने की जानकारी देने, माकपोल की जानकारी देने, मतदान के दौरान ईव्हीएम या व्हीव्ही पीएटी में तकनीकी खराबी आने पर उससे निपटने तथा जानकारी कंट्रोल रूम को देने, दिन भर होने वाले मतदान के मत का प्रतिशत संबंधित पीठासीन अधिकारी व्दारा एप्प के माध्यम से देने, मतदान की अवधि समाप्त होने पर जिन मतदान केन्द्रों में मतदाताओं की लाईनें लगी हो उसकी जानकारी देने तथा मतदान समाप्त होने की अवधि की जानकारी देने, मतदान के पश्चात सभी प्रपत्र भरवाने के साथ ही मतदान दल के साथ सामग्री संग्रहण स्थल तक पहुंचने के बाद मतदान दल द्वारा सामग्री जमा होने के बाद ही रवाना होने की समझाईश दी।
Published on:
15 Nov 2023 03:55 pm
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