
ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) अब देशभर के टेक्निकल टीचर्स की ट्रेनिंग कराएगी। इससे शिक्षकों को नए करिकुलम और उसे स्टूडेंट्स को डिलीवर करने की ट्रेनिंग मिल सकेगी। काउंसिल टीचर्स की ट्रेनिंग कराने के लिए इंडियन सोसायटी फॉर टेक्निकल टीचर्स (आईएसटीई) से करार करेगी। इसके तहत 300 ट्रेनिंग प्रोग्राम ऑर्गेनाइज कराए जाएंगे। माना जा रहा है कि यह अभी तक का सबसे बड़ा ट्रेनिंग प्रोग्राम होगा, जिसमें 100 प्रोग्राम खास तौर पर नए शिक्षकों के लिए डिजाइन किए गए हैं। जबकि 200 प्रोग्राम अनुभवी शिक्षकों को कंटेंट अपडेट कराने के लिए कराए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि 1 जुलाई से एआईसीटीई देशभर की टेक्निकल यूनिवर्सिटीज में यूनिफॉर्म करिकुलम लागू करने की तैयारी कर चुका है, जिसमें कई नए विषय जोड़े गए हैं। यह प्रोग्राम टीचर्स के लिए काफी फायदेमंद होगा।
टीचर्स को मिलेगी ग्रांट
प्रोग्राम समर ब्रेक यानी जून से जुलाई के मध्य में पूरे कराए जाएंगे। एक प्रोग्राम में 40-50 टीचर ट्रेनिंग लेंगे। इस तरह काउंसिल का लक्ष्य है कि लगभग 15 हजार शिक्षकों को इस समर ब्रेक में ट्रेंड किया जाए। खास बात यह है कि प्रोग्राम अटेंड करने वाले टीचर्स को ग्रांट का भी प्रावधान रखा गया है। एआईसीटीई के वाइस चेयरमैन प्रो. एम.पी. पूनिया का कहना है कि ये ट्रेनिंग प्रोग्राम इंजीनियरिंग कॉलेजेां में आयोजित किए जाएंगे। जिसकी जानकारी करार पूरा होते ही काउंसिल कॉलेजों को भेज देगी।
रिसर्च के लिए होंगी वर्कशॉप
काउंसिल ने क्लेरिवेट एनालिटिक्स के साथ देशभर के रिसर्च स्कॉलर्स को रिसर्च संबंधी नॉलेज को एन्हेंस करने के लिए करार किया है। इसके तहत देशभर में 31 दिसंबर तक चार वर्कशॉप आयोजित की जाएंगी, जिसमें रिसर्च राइटिंग के सही तरीके, फंडिंग के लिए प्रपोजल जैसे जरूरी पहलुओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। इससे स्टूडेंट्स में साइंटिफिक अप्रोच डवलप होगी, जिससे पेटेंट्स को बढ़ावा मिलेगा।
Published on:
07 May 2017 02:39 pm
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