
विद्युत वितरण कंपनी के कर्मचारी मोर बिजली ऐप में डाटा अपडेट करने में कर रहे देरी ...
राजनांदगांव. विद्युत वितरण कंपनी के कर्मचारी 'मोर बिजली' ऐप में डाटा अपडेट करने में देरी कर रहे हैं, इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। मीटर रीडिंग के एक सप्ताह बाद भी डाटा अपडेट नहीं किया जा रहा है। इस बीच बिजली बिल भुगतान का समय निकल जा रहा और उपभोक्ताओं को सरचार्ज (10 रुपए लेट फीस) लग रहा है। वहीं ऐप में या बिजली की किसी तरह की समस्या के निदान के लिए ऐप में तीन मोबाइल नंबर दिए गए हैं, जो हमेशा बंद ही मिलते हैं।
ऐप में डाटा अपडेट करने में लापरवाही बरतने के कारण कोरोना काल में भी लोगों को बिजली बिल के भुगतान के लिए कार्यालय तक जाना पड़ रहा है, जबकि डाटा का सही समय में अपडेट कर देने पर उपभोक्ता घर बैठे ही अपना बिल भर सकते हैं। मामले की जानकारी वितरण कंपनी के उच्चाधिकारियों को देने के बाद भी गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं।
यहां लो-वोल्टेज व पावर कट से ग्रामीण हलाकान
सुकुलदैहान के आसपास आधा दर्जन से अधिक गांवों में लो-वोल्टेज व बेवजह पावर कट से ग्रामीण हलाकान हो गए हैं। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि इन गांवों में मुसरा सब स्टेशन से बिजली सप्लाई की जा रही है। क्षेत्र में आए दिन लो-वोल्टेज की समस्या रहती है। वहीं कभी भी बिजली सप्लाई भी ठप कर दी जाती है। इससे हलाकान क्षेत्र के लोगों ने सब स्टेशन में ज्ञापन सौंपकर गांवों में बिलली सप्लाई मुसरा के बजाए राजनांदगांव क्षेत्र से आई बिजली करने की मांग रखी है।
रातभर अंधेरे में रहते हैं गांव
मुसरा से सुकुलदैहान, धनगांव, खपरी, बम्हनी, गातापार, लिटिया, खैरा, खुड़मुड़ी, कसारी, बिल्हरी, मकरनपुर सहित अन्य गांवों में बिजली सप्लाई की जा रही है। इन गांव के लोगों ने बताया कि वितरण कंपनी द्वारा क्षेत्र में कभी भी बिजली गुल कर दी जाती है। जानकारी लेने पर मरम्मत का काम होना बताया जाता है, जबकि कई बार रात में भी तीन-चार घंटे के लिए बिजली गुल कर दी जाती है। हवा-तूफान और बारिश शुरू होने से पहले काटी गई बिजली को सब बंद होने के बाद सप्लाई शुरू नहीं की जाती। बिजली कंपनी की इस अव्यवस्था व मनमानी से लोगों में आक्रोश का माहौल है।
Published on:
08 Jul 2020 06:52 am
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