
जैसलमेर जिलेभर में शनिवार को मनाए गए होम अष्टमी पर्व पर श्रद्धा, भक्ति और उत्साह की त्रिवेणी बहती नजर आई। शहर हो या गांव, हर स्थान पर धार्मिकता का रंग गाढ़ा दिखा। मंदिरों में सुबह से ही दर्शनार्थियों का तांता लग गया। घंटियों की मधुर ध्वनि और मंत्रोच्चार के बीच भक्तों ने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करते हुए पूजा-अर्चना की।
पर्व के अवसर पर मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया। रंग-बिरंगी रोशनी और पुष्प सज्जा ने धार्मिक स्थलों को और भी आकर्षक बना दिया। कई मंदिरों में दिनभर हवन यज्ञ का आयोजन हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं ने आहुतियां अर्पित कर पुण्य लाभ अर्जित किया। शाम ढलते ही भक्ति का माहौल और अधिक गहरा हो गया। विभिन्न मंदिरों व धर्मस्थलों पर भजन संध्या और जागरण का आयोजन किया गया, जहां भक्त देर रात तक भक्ति रस में गोते लगाते रहे। भजनों की मधुर धुनों ने लोगों को भावविभोर कर दिया।
घरों में भी पारंपरिक रीति से पूजा-पाठ किया गया। कन्याओं को आमंत्रित कर उन्हें भोजन कराया गया, जो इस पर्व की विशेष परंपरा मानी जाती है। महिलाओं ने पूरे श्रद्धा भाव से कन्या पूजन कर उन्हें उपहार भेंट किए। पर्व के मौके पर जिले के प्रमुख मंदिरों—कालेडूंगरराय, गजरूप सागर, देगराय व तनोट—में दर्शनार्थियों की भारी भीड़ उमड़ी। दूर-दराज से आए श्रद्धालु सुबह से ही मंदिरों में पहुंचने लगे थे। मंदिर परिसरों में पैर रखने की भी जगह नहीं थी। प्रशासन व मंदिर समितियों द्वारा दर्शन व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष प्रबंध किए गए।
Published on:
05 Apr 2025 10:46 pm
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