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गिरते भूजल स्तर को दुरुस्त करने के लिए प्रशासन की कवायद तेज

16 जुलाई से मनाया जा रहा है भूजल सप्ताह, होंगे विचार गोष्ठी कठपुतली नाच परेड किया जाएगा लोगों को जागरूक...

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DM Devendra Kumar Pandey in Bhujal Saptah program in Unnao

गिरते भूजल स्तर को दुरुस्त करने के लिए प्रशासन की कवायद तेज

उन्नाव. जनपद ही नही बल्कि पूरे प्रदेश में भूजल की उपलब्धता जहां निरन्तर कम होती जा रही है वहीं इस संसाधन पर दबाव अत्यधिक बढता जा रहा है। जो एक चिन्ताजनक स्थिति है। जिला अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडे ने विकास भवन सभागार में आयोजित भूजल सप्ताह के आयोजन को संबोधित करते हुए उक्त विचार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भूजल उपलब्धता में कमी के साथ-साथ कई क्षेत्रों में भूजल प्रदूषण एवं जल प्लावन की समस्यायें भी सामने आयी हैं। भूजल की इस समस्या का दीर्घकालीन एवं समेकित समाधान संस्कार की प्राथमिकता है। गौरतलब है प्रत्येक वर्ष 16 से 22 जुलाई के बीच भूजल सप्ताह का आयोजन किया जाता है। इस दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए अनेक आयोजन किए जाते हैं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी और संबंधित विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।

स्कूल से लेकर विकासखंड तहसील कार्यालय को दिए गए निर्देश

जिलाधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने आज विकास भवन सभागार में भूजल सप्ताह के आयोजन पर कहा कि प्रदेश में गिरते भूजल स्तर को दृष्टिगत रखते हुये गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी भूजल सप्ताह 16 से 22 जुलाई तक मनाया जायेगा। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुये जल संरक्षण के विभिन्न उपायों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे तहसील,.विकास खण्डों स्तर पर, स्थानीय स्कूल, कॉलेजों, शैक्षिक संस्थानों के व्यापक सहभागिता के साथ भूजल सप्ताह मनाया जाए। उन्होनें कहा भूजल संरक्षण हेतु बी.एस.ए., जिला विद्यालय निरीक्षक परिचर्चा और संवाद, निबन्ध प्रतियोगिता, वाद -विवाद प्रतियोगता, चित्र कला प्रतियोगता, स्लोगन राइटिंग इत्यादि का आयोजन करायें। उन्हांने सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि कठपुतली का प्रदर्षन, लोक नृत्य, गीत और नुक्कड नाटक इत्यादि का आयोजन करायें।

जनप्रतिनिधियों के साथ भोजन सप्ताह मनाए जाने के निर्देश

उन्होंने कहा कि साथ ही भूजल संचयन हेतु पोस्टर्स, होर्डिंग, बैनर्स इत्यादि के माध्यम से जन जागरूकता फैलायें। साथ ही प्रदर्शनी मेला, उत्सव आदि का आयोजन करायें। जिलाधिकारी ने कहा कि पद यात्राओं, रैलियों, संगोष्ठी, साइकिल, परेड आदि का भी आयोजन कराया जाये। फिल्म-वृत्त चित्र, स्लाइड शो आदि के माध्यम से भूजल संरक्षण के संदेश प्रसारित कराया जायें। श्री पाण्डेय ने कहा कि वर्षा जल संचयन एवं भूजल संवर्धन से सम्बन्धित योजनाओं का शिलान्यास का लोकापर्ण यथासम्भव के जनप्रतिनिधियों द्वारा करा कर भूजल सप्ताह मनायें। उसमें माननीय की भागीदारी सुनिष्चित करायें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रेम रंजन सिंह, जिला विकास अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, लघु सिंचाई विभाग के अधिकारी कर्मचारी सहित अन्य लोग मौजूद थे।