13 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

क्या मजबूरी रही इस मां की जिसने नवजात को फेंक दिया सड़क किनारे? रोने की आवाज से इकट्ठा हो हुई भीड़

- चाइल्डलाइन की टीम ने एनआईसीयू में भर्ती किया बच्ची को, पूरी तरह स्वस्थ

less than 1 minute read
Google source verification
क्या मजबूरी रही इस मां की जिसने नवजात को फेंक दिया सड़क किनारे? रोने की आवाज से इकट्ठा हो हुई भीड़

क्या मजबूरी रही इस मां की जिसने नवजात को फेंक दिया सड़क किनारे? रोने की आवाज से इकट्ठा हो हुई भीड़

पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क

उन्नाव. ऐसी मां जिसने अपने नवजात बच्ची को सड़क किनारे छोड़ कर चली गई। रोने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने इसकी जानकारी सीआरबी को दी मौके पर पहुंची खिलाड़ी नवजात को लेकर स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। इसकी सूचना चाइल्ड लाइन को दी गई। चाइल्डलाइन की टीम ने बच्ची के प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल के स्पेशल वार्ड लेकर पहुंची। डॉक्टरों के अनुसार बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है।

यह भी पढ़ें

कोविड-19 मेगा वैक्सीनेशन कैंप, ग्राम प्रधान ने बाहरी व्यक्तियों के वैक्सीनेशन का किया विरोध

सोहरामऊ थाना क्षेत्र की घटना

मामला सोहरामऊ थाना क्षेत्र अंतर्गत बावरिया गांव के पास की है। सोमवार के दिन पीआरबी को सूचना मिली सड़क किनारे एक नवजात बच्ची रो रही है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पीआरपी की टीम ने बच्ची को नवाबगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया और इसकी जानकारी जिला प्रोवेशन अधिकारी चाइल्डलाइन टीम को दी गई। अज्ञात लावारिस बच्ची के मिलने की जानकारी मिलते ही चाइल्डलाइन की टीम सक्रिय हुई।

बाल संरक्षण अधिकारी संजय मिश्रा ने दी जानकारी

बाल संरक्षण अधिकारी संजय मिश्रा ने बताया समन्वयक दिवाकर ओझा, शालिनी मिश्रा को मौके पर जाकर नवजात शिशु को अपनी सुपुर्दगी में लेने के लिए निर्देशित किया गया। मौके पर पहुंचे चाइल्डलाइन की टीम ने नवजात शिशु से लेकर जिला अस्पताल पहुंची। नवजात शिशु को लेकर जिला अस्पताल के एनआईसीयू में भर्ती कराया। संजय मिश्रा ने बताया कि आगे की कार्रवाई बाल कल्याण समिति के आदेश के बाद की जाएगी। बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है। सहयोग करने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता हरिवेंद्र सिंह भी शामिल थे।