
उन्नाव. शीतला अष्टमी के अवसर पर उन्नाव पड़री मार्ग पर स्थित मां शीतला देवी के मंदिर में भक्तों की सुबह से ही भीड़ लगी है। जनपद का एकमात्र शीतला माता मंदिर काशिफ अली सराय मैं स्थित है। जहां सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ी है। जिसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है। मंदिर व्यवस्थापक ने बताया कि मंदिर प्रांगण में फाग का आयोजन किया गया है। जिसमें स्थानीय कलाकारों द्वारा फाग प्रस्तुत किया जाएगा। जबकि रात में एक रात माता के नाम का जागरण का आयोजन है।
शीतला देवी मंदिर में माता के दर्शन और माथा टेकने के लिए सदर विधायक पंकज गुप्ता भी पहुंचे। जिन्होंने पूजा अर्चना की और प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर प्रांगण में व्यापारियों ने दुकानें लगाकर मेला का रूप दे दिया है। काशिफ अली सराय स्थित मां शीतला देवी का मंदिर की रमणीक छटा लोगों को लोगों को अपनी ओर आकर्षित करें।
200 वर्षों से ज्यादा पुराना है शीतला माता मंदिर
इस संबंध में जानकारी देते हुए व्यवस्थापक राज निगम ने बताया कि पूजन, भोज व भंडारा का आयोजन किया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए 70 वर्षीय गोपाल नारायण निगम ने बताया कि माता शीतला देवी का मंदिर 200 वर्षों से ज्यादा पुराना है। उनके पूर्व 93 वर्षीय जगदीश नारायण निगम मंदिर की देखरेख व व्यवस्था करते थे। उन्होंने बताया कि उनके नाना स्वर्गीय महावीर प्रसाद निगम मंदिर की देखरेख करते थे। मंदिर का जिक्र जनपद के राजस्व रिकॉर्ड में अंकित है। मंदिर के विषय में कई अन्य बातें भी प्रचलित है। उन्होंने बताया कि सिद्ध पीठ श्री शीतला माता मंदिर में दो नागों का जोड़ा रहते थे और यही विचरण करते थे।
इसी प्रकार सिटी पावर हाउस के निकट स्थित फूलों की क्यारी से नाग दो फूल लेकर आते थे। एक माता शीतला देवी के ऊपर चढ़ाते थे और दूसरा बगल में स्थित समाधि या मजार पर चढ़ाते थे। शीतला देवी मंदिर और समाधि या मजार में क्या संबंध है। इस विषय में वह कुछ नहीं बता सके। शीतला अष्टमी के दिन आज घरों में बासी खाना खाया जाता है। जिसे बसेवड़ा अष्टमी भी कहते हैं।
आज के दिन शीतला माता मंदिर व घर में बासी खाने से पूजा अर्चना किया जाता है और खाना भी बासी खाया जाता है। माता शीतला देवी मंदिर में देर रात तक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें बड़ी संख्या में भक्तगण शामिल होने के लिए आ रहे हैं।
Published on:
09 Mar 2018 06:01 pm
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