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नवाबागंज के 5 गांव में मनरेगा का बड़ा घोटाला का खुलासा, दर्जनों पर मुकदमा दर्ज

बिना काम कराए लाखों का भुगतान लेना या करना दो खंड विकास अधिकारी सहित एक दर्जन लोगों पर भारी पड़ा

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Ruchi Sharma

Dec 27, 2016

Bardana scam

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उन्नाव. बिना काम कराए लाखों का भुगतान लेना या करना दो खंड विकास अधिकारी सहित एक दर्जन लोगों पर भारी पड़ा। जिनके खिलाफ जिलाधिकारी के आदेश के बाद थाना में मुकदमा पंजीकृत कराया गया। भ्रष्टाचार के आरोप में जिलाधिकारी का आदेश प्रशासनिक खेमे में हड़कंप मजा दिया है। आदेश से पूर्व ब्लाक प्रमुख पुत्र, दो तात्कालीन खंड विकास अधिकारी, दो सहायक लेखाकार, 2 ग्राम प्रधान सहित अन्य के खिलाफ मामला पंजीकृत कराया गया है। नवाबगंज विकासखंड के विभिन्न गांव में हुए विकास कार्यों में लगभग 22 लाख रुपए घोटाले पर यह कार्यवाही की गई है। जिलाधिकारी का आदेश चर्चा का विषय बना हुआ है। थानाध्यक्ष अध्ययन ने बताया कि एक दर्जन लोगों के खिलाफ संगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।

दो साल पूर्व मामला आया था संज्ञान में

मामला उस समय सामने आया था जब नवाबगंज विकास खंड के गांव मलावं निवासी क्षेत्र पंचायत सदस्य पभुता सिंह ने तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी से शिकायत की थी कि नवाबगंज विकास खंड के गांव हिम्मतगढ़, भैंसोरा, रानीपुर कोटवा, अजैया खेड़ा, भीतरे पार आदि गांव में जो कार्य दिखाकर कागजों में बिना कार्य कराये फर्जी भुगतान करा लिया गया है। शिकायतों की जांच के लिए जिला प्रशासन ने तत्कालीन नगर मजिस्ट्रेट अर्चना द्विवेदी की अध्यक्षता में समिति का गठन किया था। जिसकी स्थलीय जांच में उपायुक्त श्रम रोजगार व अवर अभियंत ग्रामीण अभियंत्रण विभाग सफीपुर ने की। जांच के दौरान मामला सही पाया गया। बताया जाता है कि मामले का खुलासा के बाद दबाव पड़ने पर 1076963 रुपये भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों और ठेकेदारों द्वारा वापस कर जमा करा दिए गए। इधर जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह के आदेश पर नवाबगंज खंड विकास अधिकारी शेषमणि सिंह ने 12 लोगों के खिलाफ अजगैन थाना में मुकदमा पंजीकृत कराया है।

निम्न कार्यों में किए गए घोटाले

इन कार्यों में खंड विकास अधिकारी सहित कार्यालय के बाबू ने की थी घपलेबाजी। जहां बिना कार्य कराए दो तात्कालीन खंड विकास अधिकारी व विकास कार्यालय के बाबुओं द्वारा ठेकेदारों को भुगतान कर दिया गया। रिकॉर्ड के अनुसार हिम्मतगढ़ के मजरा गढ़ी में कैथन खेड़ा मार्ग पर सड़क निर्माण का कार्य जिसमें 247 989 रुपए लागत दिखाई गई। इसी के साथ हिम्मतगढ़ ग्रामसभा के बड़ोर में संपर्क मार्ग से बाबू के दरवाजे तक नाली निर्माण का कार्य जिसमें 290 559 रुपए, हिम्मतगढ़ के ही मजरा नथई खेड़ा में मुन्नीलाल के दरवाजे से राजाराम के दरवाजे तक नाली निर्माण धनराशि 295 690 रुपये, भैंसोरा कैथन खेड़ा में कुंवारे के दरवाजे से जगदीश के दरवाजे तक खरंजा कार्य जिसकी धनराशि 303000 रुपए, भीतरे पार मैं मनोज के दरवाजे से दीपक के दरवाजे तक खड़ंजा निर्माण 233 700 रुपये, अजैया खेड़ा कसंडा में खड़ंजा निर्माण कार्य धनराशि 229 800 रुपए, रानीपुर डामर रोड से डॉक्टर के घर तक खड़ंजा कार्य धनराशि 220 200रुपए, कोटवा में बिंदा के दरवाजे से श्रीराम के दरवाजे तक मिट्टी खड़ंजा कार्य रुपए 233700, सरोसा के मजरा शीतल खेड़ा में विनोद के दरवाजे से अमरइया तालाब तक नाली निर्माण कार्य 159 563 रुपये के कार्य कराने का भुगतान जांच के दौरान पाया गया।

निम्न लोगों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमा

पूर्व ब्लाक प्रमुख पुत्र धीरेंद्र प्रताप सिंह, खंड विकास अधिकारी सुषमा देवी, खंड विकास अधिकारी मुकुल श्रीवास्तव, सूर्य ट्रेडर्स दुर्गेश प्रताप सिंह, सहायक लेखाकार देशरत्न शुक्ला, सहायक लेखाकार धर्मेंद्र सिंह, ग्राम पंचायत अधिकारी सुंदरलाल गुप्ता, तकनीकी सहायक चन्द्र सेन पाल तकनीकी सहायक अनिल रावत, ग्राम प्रधान राजेश कुमार, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी हिम्मतगढ़, ग्राम प्रधान भैंसौरा राम भरोसे आदि शामिल है। इसमें ग्राम प्रधान भैंसौरा की मौत हो चुकी है।

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