राजकुमार अग्रवाल सीओ प्रथम, द्वितीय रहे। शहर में दंगे के दौरान उनकी कार्यकुशलता, नेतृत्व क्षमता, पब्लिक से दोस्ताना व्यवहार का अफसरों ने भी लोहा माना। कई जगहों पर उन्होंने बातचीत से तनावपूर्ण माहौल और बड़े मसलों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझा लिया। बरेली में एडिशनल एसपी रहने के दौरान उन्होने स्मैक तस्करों पर जमकर कार्रवाई की। बरेली में पहली बार पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी में करोड़ों की प्रापर्टी जब्त की। बरेली में पहली बार पिट एनडीपीएस की कार्रवाई की गई। अपराधियों पर कहर बनकर टूटने वाले राज कुमार अग्रवाल अपने मृदु स्वभाव और कार्यशैली की वजह से बरेली में खासे लोकप्रिय रहे।
बरेली के अलावा एडिशनल एसपी राजकुमार अग्रवाल जालौन, लखनऊ में बतौर सीओ के रूप में तैनाती रही। इसके अलावा मुख्य मंत्री सुरक्षा, राजकीय रेलवे पुलिस एवं पीएसी में भी उन्होंने अपनी बेहतरीन सेवायें दीं। जनपद कानपुर नगर में एसपी सिटी व बरेली में एसपी ग्रामीण के रूप में भी लंबे समय तक नियुक्त रहे। सरकार ने उनके उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए उन्हें सेलेक्शन ग्रेड में पदोन्नति दी है। उनकी मां कमला देवी अग्रवाल व पत्नी मधुरिमा अग्रवाल ने उनके कंधों पर स्टार लगा कर उनके यश्ववी जीवन और बेहतरीन कार्यकाल की कामना की।