
रामगंगा नदी(फाइल फोटो)
बरेली। बारिश होने से अब रामगंगा बाढ़ के खतरे के निशान के करीब पहूंचने लगी है, जिससे लोगों की चिंता बढ़ने लगी हैं। एक्सईएन बाढ़ खंड समेत अधिकारियों ने रामगंगा किनारे का निरीक्षण किया और उन्होंने जलस्तर देखते हुए चिंता जताई।
आपको बता दें, पहाड़ों और मैदानी इलाकों में कई दिनों से बारिश हो रही है, जिस वजह से उत्तराखंड डैम से पानी छोड़ने पर रामगंगा समेत अन्य नदियों में बाढ़ आ गई।बुधवार रात करीब आठ बजे तक रामगंगा का जलस्तर 161 मीटर तक पहुंच गया, जिससे अब चिंता और बढ़ती हुई दिख रही है। सिंचाई विभाग के बाढ़ खंड के मुताबिक रामगंगा के चौबारी घाट पुल पर चेतावानी बिंदु 162.070 मीटर तो वहीं खतरे का निशान 163.070 मीटर पर है। अगर पिछले आंकड़ें उठाकर देखें तो 1978 में 162.881 मीटर पानी का जल स्तर हुआ था और कई गांवों में पानी हो गया था। वहीं अब बढ़ते खतरे को देखते हुए 50 बाढ़ चौकियों को अलर्ट पर रखा गया है।
ऐसे करें अपना बचाव
1. आपके आस-पास बिजली से चलनी वाले सभी उपकरणों से आपको दूर रहना चाहिए।
2. अगर कहीं बाढ़ की स्थिति बन आई है तो वहां गलती से भी वाहन न चलाएं।
3. जहां पानी भर या है उस जगह से अपने बच्चों को दूर रखें।
4. फिसलन वाली जगह पर न जाएं।
5. अचानक बाढ़ आ गई है तो पक्के मकान में सुरक्षित जगह पर ही रहें, जो जमीन स्तर से ऊपर हो, ताकि पानी ना पहुंच पाए।
6. बारिश होने के दौरान या बाढ़ आने पर आकाशीय बिजली गिरने का भी खतरा आधिक बना रहता है, इसके लिए जहां बिजली के तार गुजर रहे हैं वहां खड़े न हों।
7. अस्थायी और अनुरक्षित स्थानों को तुरंत ही खाली कर दें, सुरक्षित जगह पर चले जाएं।
Updated on:
11 Jul 2024 02:11 pm
Published on:
11 Jul 2024 02:07 pm
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