
महाकुंभ-2025 को लेकर लगे आरोप पर यूपी कैबिनेट के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने आईएएनएस से कहा, "सावन के अंधे को हर जगह हरा नजर आता है। ऐसे में जो स्वयं भ्रष्टाचारी होते हैं, उनको हर जगह भ्रष्टाचार नजर आता है। कुंभ जैसे धार्मिक आयोजन के लिए ऐसी बात करना गलत है। कभी-कभी लगता है कि उन लोगों में भारत का डीएनए ही नहीं है।"
महाकुंभ में जो भी संत आएं, वो अपने साथ एक साथी को वापस लेकर जाएं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस बयान पर भाजपा नेता ने कहा, "अखिलेश यादव को कुंभ के बारे में टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें हज यात्रा करनी चाहिए। मैं तो यह कहूंगा कि वो पहले हज यात्रा पर जाएं और वहां से वापस आकर मदरसों पर अपने बयान दें, तो ज्यादा अच्छा रहेगा।"
संभल में समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल द्वारा मिले दस्तावेजों को डीएम के गलत बताने पर लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा, "सपा को केवल वक्फ बोर्ड, मदरसे और नमाजी नजर आते हैं। इसके अलावा कुछ नजर नहीं आता। उनको समझना चाहिए कि यह हिंदुस्तान की धरती है और वक्फ बोर्ड कल-परसो का है, जिसको सभी अच्छे से जानते हैं। जहां महादेव की तपोस्थली हो, महादेव और सनातन धर्म की आस्था के मंदिर हो, वहां पर वक्फ बोर्ड का क्या मतलब है?"
उन्होंने आगे कहा, "ऐसे बहुत से दस्तावेज सामने आए हैं, जो 2014 में राम मंदिर नाम से दर्ज थे, लेकिन उनको कटवाकर वक्फ बोर्ड और कब्रिस्तान के नाम दर्ज किया गया। ऐसे कई सारे उदाहरण हैं।"
Published on:
08 Jan 2025 11:02 pm
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