
Dhanvantari Puja Date
Dhanvantari Puja Date: दीपावली का महापर्व नजदीक है और इसके साथ ही धनतेरस का त्योहार भी आने वाला है। लोग इस अवसर की तैयारियों में जुट गए हैं। धनतेरस का पर्व कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी, और धन के देवता कुबेर की पूजा की जाती है। इस बार धनतेरस की तिथि को लेकर कुछ दुविधा बनी हुई है। आइए जानते हैं इस साल धनतेरस कब है, पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है, और खरीदारी का सही समय क्या है।
लखनऊ गोमती नगर स्थित कोनेश्वर मंदिर के पंडित शक्ति मिश्रा ने बताया कि पंचांग के अनुसार धनतेरस कार्तिक त्रयोदशी की तिथि 29 अक्टूबर मंगलवार को सुबह 10:32 बजे से शुरू होगी और 30 अक्टूबर को दोपहर 01:15 बजे समाप्त होगी। इस लिहाज से, उदया तिथि के अनुसार, 29 अक्टूबर 2024 को धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि धनतेरस के दिन खरीदारी करना एक महत्वपूर्ण परंपरा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सोना, चांदी, और बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। इसके अलावा, झाड़ू खरीदना भी धनतेरस पर विशेष महत्व रखता है। हिंदू धर्म में झाड़ू को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। माना जाता है कि धनतेरस पर झाड़ू खरीदने से घर में बरकत आती है और आर्थिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
इस दिन आप बर्तन, सोने-चांदी के आभूषण, वाहन, और जमीन-जायदाद का भी सौदा कर सकते हैं। इन खरीदारी से न केवल आपको सुख-समृद्धि मिलती है, बल्कि यह आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा भी लाती है।
दृक पंचांग के अनुसार इस साल धन्वंतरि पूजा का शुभ मुहूर्त प्रातःकाल 06:31 बजे से 08:44 बजे तक रहेगा। वहीं धनतेरस पूजा का मुहूर्त शाम को 06:31 बजे से 08:12 बजे तक रहेगा, जिसकी अवधि 01 घंटे 41 मिनट रहेगी। इस दौरान पूजा करने से विशेष लाभ होता है।
धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में धन्वंतरि देव, माता लक्ष्मी, और कुबेर देवता की मूर्तियों या तस्वीरों की स्थापना करें। इसके बाद कुबेर देव और धन्वंतरि देव की पूजा करें। पूजन के दौरान घी का दीप जलाएं और शाम में घर के मुख्य द्वार पर दीपक लगाएं। इस दिन धन्वंतरि देव को पीली मिठाई का भोग लगाएं और मंत्रों का जाप करके आरती करें।
पूजा के बाद घर के सभी सदस्यों को मिठाई बांटकर त्योहार का जश्न मनाएं। इस दिन किए गए पूजा और खरीदारी से आपके घर में सुख-समृद्धि का वास होगा।
धनतेरस का त्योहार न केवल धन की देवी लक्ष्मी और धन्वंतरि देव की पूजा का अवसर है, बल्कि यह हमारे जीवन में धन और स्वास्थ्य को आमंत्रित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर भी है। सही तिथि और शुभ मुहूर्त में पूजा करने से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है और जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकता है। इस धनतेरस पर आप अपनी खरीदारी की योजना बनाएं और इस पर्व को खुशी-खुशी मनाएं।
पंडित शक्ति मिश्रा ने कहा कि धनतेरस के अवसर पर कुछ चीजें खरीदने से परहेज करना भी महत्वपूर्ण होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस पर निम्नलिखित चीजें न खरीदने की सलाह दी जाती है।
बुरे सामान: खराब गुणवत्ता वाले बर्तन या आभूषण खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि यह दुर्भाग्य ला सकता है।
धातु के पुराने सामान: पुराने और जंग लगे बर्तन या धातु के सामान खरीदना अशुभ माना जाता है।
गंदे सामान: गंदे या धूल से भरे सामान को खरीदने से भी परहेज करना चाहिए, क्योंकि यह अशुद्धता का प्रतीक माना जाता है।
शराब: धनतेरस पर शराब या नशीले पदार्थों का सेवन या खरीदना उचित नहीं होता है। यह धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से गलत माना जाता है।
धातु की किसी भी वस्तु: कुछ मान्यताओं के अनुसार, इस दिन लोहे की चीजें खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि यह धन की कमी का संकेत हो सकता है।
इस्तेमाल किए हुए सामान: धनतेरस पर किसी भी तरह के इस्तेमाल किए हुए सामान जैसे पुरानी गाड़ियों, बर्तनों, या आभूषणों को खरीदना अशुभ माना जाता है।
उलझे हुए धागे: यदि आप धागे खरीदते हैं, तो उन्हें उलझा हुआ न खरीदें, क्योंकि यह जीवन में उलझन का प्रतीक माना जाता है।
धनतेरस पर खरीदारी करते समय ध्यान रखें कि आप अच्छी गुणवत्ता की चीजें खरीदें और नकारात्मक ऊर्जा से बचें। यह त्योहार आपके जीवन में समृद्धि और सुख लाने का अवसर है, इसलिए शुभ और सकारात्मक वस्तुओं को ही प्राथमिकता दें।
Updated on:
13 Oct 2024 05:31 pm
Published on:
13 Oct 2024 10:05 am
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