
गाजियाबाद पुलिस ने करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी के चक्कर में अपने ही दोस्त की हत्या कर उसके शव को नहर में फेंकने वाले आरोपी को उसके साथियों के साथ गिरफ्तार किया है। तीन महीने से प्रॉपर्टी डीलर संदिग्ध परिस्थितियों में लापता था, उसकी तलाश दिल्ली और गाजियाबाद की पुलिस कर रही थी।
पुलिस ने मृतक के दोस्त समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। तीन महीने से आरोपी भी मृतक के परिजनों के साथ उसकी तलाश में जुटे थे और पुलिस को गुमराह कर रहे थे।
ट्रांस हिंडन के डीसीपी निमिष पाटिल ने बताया, "वसुंधरा के प्रॉपर्टी डीलर राकेश वार्ष्णेय की उनके पार्टनर राजू ने करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी पर कब्जा जमाने के लिए हत्या कर दी थी। हत्या करीब तीन महीने पहले हुई थी।"
उन्होंने बताया, "हत्या के पीछे की वजह 20 करोड़ की एक प्रॉपर्टी थी, जिसे बेचने के लिए राकेश वार्ष्णेय ने अपने पार्टनर राजू के नाम पावर ऑफ अटॉर्नी कर दी थी। राजू लालच में आ गया और उसने फरवरी 2024 को राकेश को दिल्ली के कड़कड़डूमा बुलाया था, जहां इन लोगों ने शराब पी। इस दौरान राजू ने राकेश की शराब में जहर मिला दिया था। जब राकेश बेहोश हो गया तो राजू ने अपने तीन दोस्तों की मदद से राकेश को एनेस्थीसिया की छह डोज भी दी थी। जिसके बाद राजू और उसके तीन अन्य दोस्त मिलकर राकेश को उसी की गाड़ी से रात 2 बजे नहर में जाकर फेंक आए और उसकी कार को शालीमार गार्डन में लावारिस हालत में छोड़ दिया था।
इसके कुछ दिन बाद राजू ने पुलिस में खुद जाकर शिकायत दर्ज कराई कि उनका पार्टनर राकेश कई दिनों से लापता है और मोबाइल भी बंद आ रहा है। पुलिस ने मामले में जांच पड़ताल की तो पता लगा कि आखिरी बार मृतक राकेश को कड़कड़डूमा के आसपास देखा गया था। इसके बाद पुलिस ने राजू से हिरासत में पूछताछ की और सारा सच सामने आ गया।
Updated on:
07 Jun 2024 09:13 pm
Published on:
07 Jun 2024 09:11 pm
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