
पूर्वांचल विद्युत नगर निगम के एमडी ने दिल्ली के फर्म मेसर्स ओरियन के खिलाफ बड़ी कारवाई की है। एमडी के कारवाई के बाद से निविदा फर्मों में हड़कंप मचा हुआ है। नगर निगम ने फर्म की जमानत राशि 5 करोड़ 85 लाख रुपए जब्त कर लिया है। इसके साथ ही फर्म को 2 साल के लिए ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है।
मेसर्स ओरियन फर्म ने 1200 संविदा कर्मचारियों के ईपीएफ और ईएसआई की राशि 8 करोड़ 76 रुपए नहीं जमा किए थे। इसके साथ ही 15 करोड़ रुपए की GST भी नहीं जमा किया गया था, इसलिए विद्युत नगर निगम के द्वारा यह कारवाई की गई है।
फर्म में जिन कर्मचारियों के पीएफ और ईएसआई नहीं जमा किए थे। वे लोग पूर्वांचल वितरण निगम गोरखपुर जोन के देवरिया और कुशीनगर वितरण के अलग- अलग मंडल में तैनात थे।
पूर्वांचल नगर निगम मुख्यालय वाराणसी ने बिजली घरों की जिम्मेदारी मेसर्स ओरियन प्राइवेट लिमिटेड को सौंपी थी। साल 2019 में इसका टेंडर जारी हुआ था। यह फर्म देवरिया वितरण मंडल में 620 और कुशीनगर वितरण मंडल में 560 कर्मचारियों की आपूर्ति कर रही थी।
बिजली विभाग के इंजीनियरों का कहना है कि फर्म समय से कर्मचारियों को सैलरी नहीं दे रही थी। इसके अलावा यह कंपनी कर्मचारियों के पीएफ और ईएसआई भी जमा नहीं करती थी। कर्मचारी आए दिन प्रदर्शन करते रहते थे, जिसकी वजह से कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।
Updated on:
24 Jan 2023 11:05 pm
Published on:
24 Jan 2023 11:04 pm
बड़ी खबरें
View Allवाराणसी
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
