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देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले वीर जवानो की स्मृति में प्रज्ज्वलित हुआ आकाशदीप

कार्तिक मास के पहले दिन गंगा सेवा निधि ने आयोजित किया कार्यक्रम। अन्नपूर्णा मंदिर के महंत रहे मुख्य अतिथि।

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Akashdeep light on Dashashmeshh Ghat In memory of martyrs

Akashdeep light on Dashashmeshh Ghat In memory of martyrs

वाराणसी. देश की रक्षा के लिए हंसते-हंसते अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर जवानों की स्मृति में काशी के दशाश्वमेध घाट पर कार्तिक मास के पहले दिन प्रज्ज्वलित हुआ आकाशदीप। यह आकाश दीप अब पूरे कार्तिक महीने जलता रहेगा। इसका समापन कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर (23 नवम्बर 2018) को होगा जब गंगा सेवा निधि आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को समर्पित भव्य देव-दीपावली महोत्सव का आयोजन करेगी। बता दें कि काशी में सदियों-सदियों से गंगा घाटों पर अपने पूर्वजों की स्मृति में, उनके स्वर्ग लोक की यात्रा के मार्ग को आलोकित करने के लिए आकाश-दीप जलाने की परंपरा रही है। आकाश-दीप से जुड़े कथानकों में ऐसी मान्यता है कि महाभारत युद्ध में प्राण विसर्जित करने वाले वीरों की स्मृति में भीष्म ने कार्तिक मास में दीप मालिकाओं से उन्हें संन्तर्पण दिया था। यह भी मान्यता है कि कार्तिक मास में देवगण पृथ्वी की यात्रा को निकलते हैं और उनका स्वागत दीप जलाकर धरतीवासी करते हैं। गंगा सेवा निधि 1999 से यह आयोजन करती आ रही है।

मान्यता है कि काशी के सर्वाधिक महत्वपूर्ण पंचतीर्थ घाटों ( दशाश्वमेध घाट, पंचगंगा घाट, आदिकेशव घाट, केदार घाट, अस्सी घाट) में पंचगंगा घाट जहां पांच पवित्र नदियों का संगम है, सम्पूर्ण कार्तिक मास में बांस की टोकरियों में पूर्वजों-पितरों के स्वर्ग लोक की यात्रा मार्ग को आलोकित करने के लिए आकाश-दीप जलाया जाना प्रारम्भ हुआ जिसका समापन कार्तिक पूर्णिमा के पर्व पर हजारा दीप जलाकर होता है। 1999 में कारगिल युद्ध ने गंगा सेवा निधि को इस बात के लिए प्रेरित किया कि अतीत से लेकर आज तक के समस्त वीर योद्धाओं की स्मृति में आकाश-दीप जलाकर अपनी भावान्जलि दी जाय और इस भाव ने काशी की सदियों पुरानी आकाश-दीप की परम्परा को राष्ट्रवाद से जोड़ दिया है। आधुनिक काशी के अध्याय में यह एक अद्भुत अवसर होता है जहाँ आमजनों के साथ-साथ भारतीय थल, जल, वायु,सी.आर.पी.एफ., एन.डी.आर.एफ. पुलिस एवं प्रसाशनिक अधिकारी मिलकर राष्ट्र के अमर वीर योद्धाओं को नमन करते हैं।

कार्यक्रम का शुभारंभ गणपति वंदना, देशभक्ति गीतों तथा गंगा सेवा निधि के संस्थापक समृतिशेष पं सत्येन्द्र मिश्र जी को श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ हुआ। इस अवसर पर गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष शुशांत मिश्र ने अमरवीरों को नमन करते हुए एवं अतिथि वृंद के स्वागत में कहा कि आकाशदीप श्रद्धा के संस्मरण है।प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी हम कार्तिक मास के प्रथम दिन से लेकर कार्तिक पूर्णिमा तक अर्थात सम्पूर्ण एक मास का राष्ट्र हित में बलिदान दिये हुये अमर शहीदों तथा अपने पूर्वजों, पित्रों को आकाशदीप के माध्यम से स्मृति तर्पण करने का संकल्प लिया।श्री मिश्र ने बताया कि इस वर्श भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री आनन्द काव्य के अमर कवि पं0 अटल बिहारी वाजपेयी जी के स्मृति में भी एक आकाशदीप निवेदीत हैं साथ ही महान सुरसाधिका पद्मविभूषण अन्नपूर्णा देवी जी का महाप्रयाण हुआ है जिनकी कृपा से गत 75 वर्षो में विश्व को उनकी प्रशिक्षीत शिष्यों के रूप में उस्ताद अलि अखबर,पं0रविशकर, उस्ताद बहादूर खान,पं0 ज्योतिन भट्टाचार्य सरीखे अशख्य कलकार मिले, हम एक आकाशदीप उनके स्मृति को भी निवेदित करते है। संस्था द्वारा आज देश के अमर वीर योद्धाओं 11 एन.डी.आर.एफ.के कान्स्टेबल भवानी शकर,कान्स्टेबल राम मिलन चैहान,112 बटालियन सी.आर.पी.एफ.के कान्स्टेबल मनोज कुमार सिंह फोर्स नं. 025162449, कान्स्टेबल धर्मेन्द्र यादव फोर्स नं.035120850, साथ ही आर्मी के शहीदों के नाम से आकाशदीप प्रज्ज्वलित किये गये जिनको देव-दीपावली महोत्सव (23 नवम्बर, 2018) को भगीरथ शौर्य सम्मान से सम्मानित किया जायेगा व देश को झगझोर देने वाली घटना अमृतसर ट्रेन हादसे में मृतकों की आत्मा की शांति के लिए आकाशदीप प्रज्ज्वलित किया गया। आकाशदीप हमारे लिए एक अलौक अंजली निवेदन है क्यों कि हमारा विश्वास है स्मरणीय अतीत विस्मृत हो जाने की स्थिति में वर्तमान संकट ग्रस्त हो जाता है और भविष्य निराधार। आकाशदीप अतीत के साथ वर्तमान को जोड़ने की एक कड़ी है।

इस अवसर पर अन्नपूर्णा मंदिर के महंत रामेश्वरपुरी जीका स्वागत पं. इन्दू शेखर शर्मा व शयामलाल सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पी.वी. रमाशास्त्री, अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन, वाराणसी का स्वागत शुशांत मिश्र (अध्यक्ष) एवं आषीश तिवारी ने किया। कार्यक्रम के अध्यक्ष कर्नल बृजेष सिंह सावियान, 39 जी. टी. सी., वाराणसी का स्वागत पंकज अग्रवाल व रविशकर सिंह ने किया। कार्यक्रम के अति विषिश्ट अतिथि विजय सिंह मीना, पुलिस महानिरीक्षक, वाराणसी जोन, दीपक अग्रवाल,मण्डलायुक्त, सुरेन्द्र सिंह,जिलाधिकारी का स्वागत विजय प्रताप श्रीकेन्त (महाप्रबन्धक, द गेटवे होटल गंगेस,वाराणसी ), प्रेम मिश्र तथा कार्यक्रम के अति विशिष्ट विंग कमांडर योगेन्द्र कुमार गुप्ता, स्टेषन कमांडर, 4 एयर फोर्स सेलेक्शन बोर्ड, कमाण्डेण्ट कौषलेष राय, 11वीं वाहिनी, एन.डी.आर.एफ., कमाण्डेन्ट नरेन्द्र पाल सिंह, 95 बटालियन, सी.आर.पी.एफ.,आनन्द कुलकर्णी, माननीय वरिश्ठ पुलिस अधीक्षक, विनय कुमार सिंह, माननीय अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर) के रूप में उपस्थित हुए।


डॉ रेवती साकलकर (गायन) व अन्य कलाकारो ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से शहीदो को नमन किया।
इस मौके पर आषीश तिवारी, हनुमान यादव, कैलाश प्रकाश मौर्या, मनीश खत्री, सिद्धार्थ श्रीवास्तव, सुधीर कुमार रस्तोगी, प्रेम मिश्रा, अबनी कुमार धर, अरूण कुमार पोद्दार, अरूण अग्रवाल, विजय कृश्ण अग्रवाल व प्रमोद कुमार आदि उपस्थित रहे। संचालन अंकिता खत्री ने किया तथा संस्था के कोषाध्यक्ष आषीश तिवारी ने आभार जताया।