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ज्योतिषाचार्य ने चन्द्रयान-2 को लेकर की बड़ी भविष्यवाणी, कहा मीन राशि में हुआ है प्रक्षेपण

इसरो के जीएसएलवी मार्क थ्री रॉकेट से यान गया है चन्द्रमा पर, जानिए कैसा होगा मिशन

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Chandrayaan-2 mission

Chandrayaan-2 mission

वाराणसी. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चन्द्रयान-2 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया है। देशवासियों की निगाहे इस मिशन पर लगी हुई है। इसरो के वैज्ञानिकों ने समय-समय पर साबित किया है कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की कोई सानी नहीं है। मिशन की सफलता के बाद अमेरिका, रुस, चीन व इजरायल के बाद भारत चौथा ऐसा देश होगा, जो मिशन चन्द्रयान को सफलतापूर्वक अंजाम दे सकता है। मिशन को लेकर बनारस के ज्योतिषाचार्य ने बड़ी भविष्यवाणी की है।
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ज्योतिषाचार्य पं.ऋषि द्विवेदी ने बताया कि दिन में 2.43 बजे चन्द्रयान-२ का प्रक्षेपण किया गया है। ग्रहों की गणना करने पर पता चलता है कि चन्द्रमा के जल तत्व की राशि मीन मे होने के चलते इस मिशन को सफलता मिलेगी। गोचर में चन्द्रमा के शुभ होने से ही शुभ फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि पहली बार चन्द्रयान-2 का प्रक्षेपण 15 जुलाई को होने वाला था उस समय चन्द्रमा धनु राशि में था। काल पुरुष की नौवी राशि धनु होती है। जो अग्रि तत्व की राशि मानी जाती है। चन्द्रमा शीतलता का कारक होता है। 15 जुलाई को चन्द्रमा अग्रि तत्व की राशि धनु पर संचरण कर रहा था इसलिए चन्द्रयान-2 को प्रक्षेपण तकनीकी कारणों से रोकना पड़ा था। प्रक्षेपण में समस्या हो गयी थी। 22 जुलाई को चन्द्रमा का संचरण जल तत्व की राशि मीन है इसलिए सही समय पर चन्द्रयान-2 को प्रक्षेपण हुआ है। मीन राशि चन्द्रयान-2 को सफलता दिलायेगी। ज्योतिषाचार्य ऋषि द्विवेदी ने कहा कि वृश्चिक लग्न, मीन राशि में संचरण से वृहस्पति लग्न पर आसीन होकर पूर्णता प्रदान करने वाला होगा। भाग्य स्थान में सूर्य, शुक्र, चन्द्रमा व मंगल की युति प्रक्ष्ेपण के सारे उद्देश्यों को पूर्ण करायेगी। चन्द्रयान-२ मिशन पूरी तरह सफल होगा। इसके बाद अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत का मान और बढ़ेगा। इसे मिशन को भारत की विशिष्ट सफलता मानी जायेगी। इससे एक बार फिर दुनिया में इसरो के वैज्ञानिक का डंका बजने लगेगा।
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