
बीएचयू में कार्रावाई तेज
वाराणसी. BHU (Banaras Hindu University) में छात्रा के साथ छेड़छाड़ और लाठीचार्ज के बाद मचे बवाल के बीच चीफ प्राक्टर प्रो. ओंकार नाथ सिंह ने विगत दिनों घटी घटना की नैतिक जिम्मेदीरी लेते हुए मुख्य आरक्षाधिकारी पद से इस्तीफा दे दिया है। मंगलवार को ओंकार नाथ सिंह ने कुलपति वीसी त्रिपाठी को इस्तीफा सौंपा। जिसे वीसी ने स्वीकार कर लिया। मामले को लेकर मचे बवाल के बाद जिस तरह से बीएचयू प्रशासन की किरकिरी हो रही थी। उससे एक बात तो साफ था कि प्रशासन से किसी बड़े जिम्मेदार को पद से हटना होगा। पर मंगलवार की देर रात आखिरकार ओएन सिंह ने मामले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपना पद छोड़ दिया। जिसके बाद ये साफ हो गया है कि प्राक्टोरियल बोर्ड की लापरवाही की वजह से ही ये मामला इतना बड़ा हुआ।
जांच रिपोर्ट में सामने आई थी BHU Administration की लापरवाही
कमिश्नर नितिश रमेश गोकर्ण द्वारा भेजे गये जांच रिपोर्ट में भी पूरे मामले का जिम्मेदार बीएचयू प्रशासन को ही ठहराया गया था। मंगलवार को कमिश्नर ने प्रमुख सचिव को जो रिपोर्ट भेजी थी उसमें साफ कहा था कि अगर BHU Administration चाहता तो मामले को रोका जा सकता था। पर इनकी लापरवाही से मामला इतना गंभीर हो गया। बतादें कि छेड़खानी की घटना के बाद जब छात्रायें शिकायत लेकर प्राक्टोरियल बोर्ड के पास पहुंची तो उन्होने इस घटना को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई। जिसके बाद अगले दिन सुबह छात्राओं का प्रदर्शन बीएचयू के सिंह द्वार पर शुरू हो गया। साथ ही वार्डेन ने छात्राओं की शिकायत पर जवाब दिया था कि देर रात हास्टल से बाहर रहने पर ऐसे ही छेड़खानी होगी। अब ये भी लगभग तय माना जा रहा है कि वार्डेन भी जल्द पद से हटाई जा सकती हैं।
दिल्ली से लौटते ही बदले वीसी के सुर
BHU Vice Chancellor जो मंलवावार की सुबह तक पूरे मामले पर ऐड़ियल रवैया अपना रहे थे। जो वीसी तीन दिन तक छात्राओं के प्रदर्शन के बाद भी उनसे मिलने नहीं पहुंचे थे। वही वीसी जब दिल्ली तलब किये गये तो उनके सुर बदले-बदले से दिखे। जीसी त्रिपाठी ने बयान जारी कर पूरे मामले पर खेद जताया । साथ ही 21 सिंतबंर को छात्रा के हुई छेड़खानी की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया । कुलपति ने कहा कि वह छात्रा मेरी और विश्वविद्यालय की बेटी है इसलिये इस घटना के दोषी सभी लोगों को चिन्हित किया जा रहा है और उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। साथ ही वीसी ने छात्राओं को यह भी आश्वासन दिया कि इस दुर्घटना की एफ.आई.आर विश्वविद्यालय की ओर से लंका थाने में दर्ज की जा चूकी है और आरोपी की जल्द पहचान कर उसे सजा दिलाने का काम किया जायेगा। जिसके लिए पुलिस टीम विवि प्रशासन की पूरी तरह से मदद कर रहा है। पर बड़ा सवाल ये है कि अगर छात्राओं को बेटी ही मानते तो आखिर ये घटना कैसे हो जाती।
बोर्ड में सुरक्षा में उठा सुरक्षा का मामला , शुरू हुआ अमल
एग्जीक्यूटिव काउंसिंल की बैठक में BHU में सुरक्षा का मुद्दा उठा तो वीसी की नींद भी टूटी। दिल्ली से बनारस लौटते ही कुलपति ने सुरक्षा को लेकर अमल करने भी शुरू कर दिये। वीसी ने कहा विश्वविद्यालय की छात्राओं कि मांग के अनुसार तत्काल कदम उठाये गये हैं। जिसमें छात्रावासों के आस-पास के मार्गों पर वाहनों का प्रतिबंधित कर दिया गया है। परिसर में चिन्हित संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी लगाने की व्यवस्था कर दी गई है। साथ ही सुरक्षा तंत्र द्वारा जगह जगह चक्रमण कर वाहन चेकिंग की व्यवस्था होगी। वीसी ने सुरक्षा में बदलाव के संकेत देते हुए छात्रावासों में शीघ्र महिला सुरक्षा कर्मियों की व्यवस्था करने की बात कही। बतादें कि जीसी त्रिपाठी ने ये भी कहा कि महिला तथा छात्राओं को सम्मिलित कर छात्रावास स्तर पर एक समिति का गठन किया जायेगा। जो छात्रावासों में रहने वाली छात्राओं की सुरक्षा व अन्य समस्याओं तथा उसके निराकरण के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को अपने सुझाव देगी। जिसके बाद प्रशासन की ओर से समस्या को जल्द निपटाया जायेगा। सुरक्षा के लिए डेडिकेटेड हेल्पलाईन नम्बर की व्यवस्था किये जाने का भी कुलपति ने आश्वासन दिया है।
Updated on:
27 Sept 2017 12:38 pm
Published on:
27 Sept 2017 07:28 am
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