बीएचयू प्रशासन ने छेड़खानी के बाद भी कोई सुनवाई न होने पर बाल मुड़वाने वाली छात्रा के फेसबुक एकाउंट तक को खंगाला। फिर मीडिया को बताने की कोशिश की कि यह उसकी आदत है, वह मई 2016 में भी अपने बालों को मुंडवा चुकी है। मीडिया सेल की ओर से जारी विज्ञप्ति में छात्राओं के धरना प्रदर्शन को षड़यंत्र करार दिया गया है। कहा गया है कि कुछ सामाजिक व राजनैतिक कार्यकर्ताओं का चोला पहने पेशेवर लोग छात्र छात्राओं और जनसामान्य को कैसे गुमराह करते हैं, यह उनके झूठ के पर्दाफाश से सिद्ध हो जाएगा। मीडिया सेल ने कहा है कि कुछ लोग काशी हिंदू विश्वविद्यालय को बदनाम करने के लिए साजिश रच रहे हैं। इसके लिए सीधे साधे छात्र छात्राओं को मोहरा बनया जा रहा है। ये लोग झूठे आरोपों के द्वारा एक संस्था की गरिमा को कैसे ठेस पहुंचाने की कोशिश की जा रही है यह उसकी एक बनगी है। कहा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन परिसर में रहने वाले एवं अध्ययनरत छात्र-छात्राओं,अध्यापकों एवं कर्मचारियों को अपने संसाधनों के जरिए बेहतर सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने का प्रयास करता है। विश्वविद्यालय का सुरक्षा तंत्र 24 घंटे सुरक्षा के प्रति चौकस रहता है। सुरक्षाकर्मी अत्याधुनिक दूरभाष उपकरणों से सुसज्जित सुरक्षा तंत्र के वाहन लगातार परिसर में पेट्रोलिंग करते रहते हैं। किसी तरह की सूचना पर वे फौरन कार्रवाई करते हैं। मीडिया सेल ने कहा है कि विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर दिया जा रहा धरना पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने अंत में लिखा है कि प्राक्टोरियल बोर्ड के माध्यम से छात्राओं की शिकायत वीसी तक पहुंच गई है। इस पर जल्द ही समुचित कार्रवाई होगी।