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पूर्वाचल के एम्स में मरीजों के लिए बढाई जा रही है यह सुविधा, अब मिलेगी ज्यादा राहत

बीएचयू के सरसुंदर लाल चिकित्सालय में मरीजों के बढ़ते दबाव के बीच उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा देने की पहल।

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सरसुंदर लाल चिकित्सालय

सरसुंदर लाल चिकित्सालय

वाराणसी. पूर्वांचल का एम्स माने जाने वाले बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सरसुंदर लाल चिकित्सालय में मरीजों के हित में नित नए-नए फैसले लिए जा रहे हैं। बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने की कोशिश की जा रही है। इसी कड़ी में अब कुलपति डॉ राकेश भटनागर की पहल पर अस्पताल प्रशासन ने मरीजों के हित में एक नया फैसला लिया है, हालांकि यह फैसला दो जुलाई से लागू होगा। लेकिन इससे रोजाना आने वाले नए या पुराने मरीजों को काफी सहूलियत होगी। अब उन्हें विभिन्न जांच रिपोर्ट के लिए बार-बार दौड़ना नहीं होगा। कोशिश है कि एक दिन में ही सब कुछ हो जाए।


सरसुंदर लाल चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डॉ ओपी उपाध्याय ने पत्रिका को बताया कि वीसी डॉ भटनागर की पहल पर अस्पातल की ओपीडी सेवा (बहिरंग सेवा) का विस्तार किया जा रहा है। यह व्यवस्था दो जुलाई से पूरी तरह से लागू हो जाएगी। इसके तहत नए मरीजों का पंजीकरण पहले की ही तरह सुबह 8.30 से दोपहर बाद 1.30 बजे तक होगा। लेकिन ओपीडी जो पहले 8.30 से दो या ढ़ाई बजे तक चला करती थी, उसकी टाइमिंग अब बदल कर सुबह नौ से शाम पांच बजे तक कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान नए मरीज हों या पुराने अगर वह एक बार अपने निर्दिष्ट चिकित्सक से संपर्क करते हैं और चिकित्सक द्वारा रक्त या कोई और जांच की सलाह दी जाती है तो तो वह जांच कराने के बाद रिपोर्ट के साथ दोबारा चिकित्सक से परामर्श ले सकेंगे। खास तौर पर ब्लड सेंपुल की रिपोर्ट अस्पताल से दो घंटे में उपलब्ध करा दी जाएगी। इसी तरह अगर आपरेशन की जरूरत होती है तो उसके लिए भी त्वरित कार्रवाई की जाएगी।

डॉ उपाध्याय ने बताया कि इससे दूर दराज से आने वाले मरीजों को काफी सहूलियत मिलेगी। उन्हें एक रिपोर्ट के लिए दूसरे दिन तक का इंतजार नहीं करना होगा। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद जहां वह एक ही दिन में जांच करा कर उसकी रिपोर्ट हासिल कर उस रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टर से परामर्श ले कर वापस घर जा सकेंगे। उनका पैसा भी बचेगा और वक्त भी। अगर उन्हें भर्ती करना होगा तो वह भी उसी दिन हो सकेगा।