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BHU की हरलीन होगी इंडियन एंबेसडर, जाएगी पलीस्तीन

विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की है छात्रा, बचपन से ही विभिन्न क्षेत्रों में कमा चुकी है नाम।  

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इंडियन एंबेसडर

हरलीन कौर

वाराणसी. बीएचयू से मनोविज्ञान में एमए करने वाली जयपुर की मूल निवासी हरलीन कौर ने अपनी उपलब्धयों की फेहरिश्त में एक नगीना और जोड़ा है। हरलीन को यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत भारत से पलस्तीन जाने वाले छात्रदल में चुना गया है। ऐसे में वह पलस्तीन में भारतीय एंबेसडर के रूप में अपनी संस्कृति व सभ्यता का प्रदर्शन करेंगी। सामाजिक विज्ञान संकाय, बीएचयू से चुनी जाने वाली वह अकेली सदस्य है। हरलीन स्कूली जीवन से ही विभिन्न आयोजनों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी है। गृहनगर जयपुर में विद्यालयकाल में ही उसने राष्ट्रीय रेडियो जॉकी खोज प्रतियोगिता का पुरस्कार जीता था। उसके बाद तो रेडियो जॉकी के रूप में जयपुर के बहुसंख्य लोगों के लिए एक परिचित आवाज़ बना दिया। अब एक बार पुनः उन्होंने न सिर्फ अपने माता- पिता को बल्कि बीएचयू को भी गौरवान्वित किया है।

युवा कल्याण व खेल मंत्रालय व फलस्तीनी सरकार के साझे यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम का मकसद भारतीयों व पलस्तीनियों के बीच विचारों व संस्कृति की आपसी समझ को बढ़ाना है ताकि दोनों देशों के बीच लंबे व पारस्परिक सहयोगपूर्ण कूटनीतिक रिश्तों को दोनों देशों के जनसाधारण के सौहार्दपूर्ण संबंधों से और भी मजबूत किया जा सके। यह इस तरह का दोनों देशों के बीच पहला प्रयोग है और इसके लिए हरलीन को एंबेसडर बनाया जाना बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। बता दें कि इसके लिए देश भर से आए लाखों आवेदनों में से जिन युवाओं का चुनाव हुआ है वे भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से आते हुए विवधतापूर्ण भारत का बखूबी प्रतिनिधित्व करते हैं।

समाजविज्ञान संकाय से चुनी जाने वाली एकमात्र छात्रा, हरलीन कौर, पढ़ाई में भी अव्वल है। उनकी स्नात्तक की शिक्षा-दीक्षा जयपुर के महारानी कॉलेज से हुई है जहां उसने राजस्थान विश्वविद्यालय की उच्च रैंकर बनने का श्रेय अर्जित किया। बीएचयू में भी मनोविज्ञान विषय में स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष की परीक्षाओं में उनका सीजीपीए 9.1 था। ज्ञानार्जन के साथ ही साथ वह बढ़चढ़ कर विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेती रहीं हैं। अपने संकाय के वार्षिक कला महोत्सव के आयोजक दल का हिस्सा रहने के साथ विश्वविद्यालय के युवा महोत्सव स्पंदन में संकाय का प्रतिनिधित्व किया। वह जयपुर साहित्य महोत्सव से भी जुड़ी रही हैं। उन्हें आशुभाषण व वादविवाद प्रतियोगिताएं पसंद हैं। थिएटर में भी उनकी रूचि है। इसके साथ ही हरलीन "मणिकांचन" (सामाजिक विज्ञान संकाय की सांस्कृतिक संस्था) की केंद्रीय समिति की सदस्य भी हैं।