scriptएमएस के बाद ट्रामा सेंटर इंचार्ज ने भी दिया इस्तीफा, कहा वर्तमान स्थित में बीएचयू में काम करना मुश्किल, कुलपति पर लगाया बड़ा आरोप | BHU trauma center incharge resign after appointment of new MS | Patrika News

एमएस के बाद ट्रामा सेंटर इंचार्ज ने भी दिया इस्तीफा, कहा वर्तमान स्थित में बीएचयू में काम करना मुश्किल, कुलपति पर लगाया बड़ा आरोप

locationवाराणसीPublished: May 08, 2021 05:47:06 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

BHU में नए एमएस की नियुक्ति पर विरोध करते हुए ट्रामा सेंटर इंचार्ज ने दिया इस्तीफा

एमएस के बाद ट्रामा सेंटर इंजार्ज ने भी दिया इस्तीफा, कहा वर्तमान स्थित में बीएचयू में काम करना मुश्किल, कुलपति पर लगाया बड़ा आरोप

एमएस के बाद ट्रामा सेंटर इंजार्ज ने भी दिया इस्तीफा, कहा वर्तमान स्थित में बीएचयू में काम करना मुश्किल, कुलपति पर लगाया बड़ा आरोप

वाराणसी. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सर सुंदरलाल अस्पताल स्थित कोरोना वार्ड में कोरोना संक्रमितों के इलाज को लेकर लगातार शिकायतें आ रही हैं। बीते दिनों डीएम कौशल राज शर्मा ने शासन को पत्र लिखकर बीएचयू में हो रही लापरवाही को लेकर अवगत कराया था। लगातार आ रही शिकायतों की वजह से प्रो. एसके माथुर ने चिकित्सा अधीक्षक के पद से इस्तीफा दे दिया। उनके स्थान पर मेडिसिन विभाग, चिकित्सा विज्ञान संस्थान के प्रो. केके गुप्ता को एमएस बनाया गया है। अगले आदेश तक वे इस पद पर बने रहेंगे। उधर, केके गुप्ता की नियुक्ति का विरोध करते हुए बीएचयू ट्रामा सेंटर के इंचार्ज डॉ. संजीव गुप्ता ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
शताब्दी सुपर स्पेशलिटी कंपलेक्स में बनाए गए कोरोना वार्ड में हर रोज दिक्कतों की शिकायतें आ रही थी। डीएम कौशल राज शर्मा ने इस संबंध में पत्र प्रशासन को पत्र लिखा था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय तक भी पत्र लिखे गए थे। इस बारे में मीटिंग भी की गई। लगातार मिल रही शिकायतों की वजह से प्रो. माथुर ने इस्तीफा दे दिया। उधर, दूसरी वजह कोरोना वार्ड में अस्पताल के अधिकारियों द्वारा सहयोग न करना भी सामने आई है।
कुलपति के फैसले पर उठाए सवाल

ट्रामा सेंटर के इंचार्ज डॉ. संजीव गुप्ता ने नए एमएस को लेकर कुलपति के फैसले पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि पांच साल पहले केके गुप्ता बीएचयू के ब्लड बैंक के इंचार्ज थे। उस दौरान ब्लड बैंक में धांधली के आरोप में उनके खिलाफ जांच बैठाई गई थी। दोषी पाए जाने पर उन्हें पद से हटा दिया गया था। डॉ. संजीव गुप्ता ने कहा कि पांच साल पहले जब ब्लड बैंक में धांधली के आरोप में मौजूदा एमएस डॉ. केके गुप्ता को हटाया गया था उस वक्त वीके शुक्ला आईएमएस के निदेशक थे, आज वह कार्यवाहक कुलपति है। कुलपति बनने के बाद उन्होंने उस जांच में दोषी पाए गए व्यक्ति को ही अस्पताल का एमएस बनाया है। डॉ संजीव गुप्ता ने ये भी आरोप लगाया कि डॉ. केके गुप्ता 2014 से 2016 के बीच बीएचयू अस्पताल के एमएस बनाए गए थे। उस दौरान भी उन्हें हटाया गया था।
डॉ. संजीव का चार्ज संभालेंगे डॉ. सौरभ

ट्रामा सेंटर के इंचार्ज संजीव गुप्ता के इस्तीफे के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने नोटिफिकेशन जारी कर अस्थि विभाग के डॉ. सौरभ सिंह को बीएचयू ट्रॉमा का नया इंचार्ज बनाया है।
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