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महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन का बड़ा फैसलाः सेमेस्टर परीक्षा में कोई छात्र नहीं होगा फेल

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने आगामी सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए बड़ा निर्णय लिया है। कुलपति प्रो आनंद कुमार त्यागी की अध्यक्षता में हुई समिति की बैठक में सबसे बड़ा निर्णय ये लिया गया है कि इस बार कोई छात्र सेमेस्टर परीक्षा में फेल नहीं होगा। अब विस्तार से जानते हैं, परीक्षा समिति ने और क्या-क्या निर्णय लिए....  

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महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ

वाराणसी. महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशान ने छात्रहित में बड़ा फैसला लिया है। ये निर्णय कुलपति प्रो आनंद कुमार त्यागी की अध्यक्षता वाली परीक्षा समिति ने लिया है। इसके तहत विश्वविद्यालय की सेमेस्ट परीक्षाओं में किसी छात्र को फेल नहीं किया जाएगा।

किसी छात्र को 40 फीसद से कम नंबर तो बताना होका कारण
कुलपति प्रो त्यागी की अध्यक्षता में हुई परीक्षा समिति की आपात बैठक में निर्णय लिया गया कि किसी भी छात्र-छात्रा को 40 फीसद से कम नंबर नहीं दिए जाएंगे। ऐसा होने पर परीक्षक को इसका कारण बताना होगा।

पहले सेमेस्टर माइनर सब्जेक्ट की परीक्षा भी द्वितीय सेमेस्टर संग
परीक्षा समिति ने फैसला किया है कि पहले सेमेस्टर के माइनर सब्जेक्ट की परीक्षा भी द्वितीय सेमेस्टर में ली जाएगी। इसके अलावा विधि स्नातक में भी पहले व दूसरे सेमेस्टर के साथ ही ली जाएगी। इसके लिए प्रश्नपत्र के दो भाग किए जाएंगे, ताकि दोनों सेमेस्टर के माइनर सेलेबस को शामिल करते हुए सवाल पूछे जा सकें।

स्किल डेवलपमेंट की परीक्षा, विभाग और कॉलेज स्तर पर

परीक्षा समिति ने निर्णय लिया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2022 के तहत स्किल डेवलपमेंट कोर्स की परीक्षा, विभाग और संबंधित कॉलेज में ही होगी। प्रश्न पत्र के प्रारूप के आंतरिक निर्धारण तथा परीक्षा के लिए विभाग और कॉलेज स्वतंत्र होंगे।

सम सेमेस्टर की परीक्षा ओएमआर शीट से
परीक्षा समिति ने निर्णय लिया है कि सम सेमेस्टर की परीक्षा, ओएमआर शीट से ली जाएगी। इसके लिए ओएमआर आधारित चार सेट में प्रश्नपत्र बनाए जाएंगे।

छात्रों के अंक विश्वविद्यालय के पोर्टल पर लोड किए जाएंगे

यह भी तय किया गया कि विश्वविद्यालय के स्तर से तय तिथि तक छात्रों के नंबर विश्वविद्यालय के पोर्टल पर लोड करना होगा। ये जिम्मेदारी विभाग के अध्यक्ष और कॉलेज के प्राचार्यों की होगी। परीक्षा परिणा घोषित होने के 6 महीने तक उत्तर पुस्तिकाएं सुरक्षित रखी जाएंगी।