
वाराणसी में PM आवास योजना में बड़ा खेल, कब्रिस्तान में पास किया घर
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद में प्रधानमंत्री आवास योजना में धांधली का बड़ा मामला सामने आया है। सदर तहसील अंतर्गत फुलवरिया गांव में स्थित कब्रिस्तान में प्रधानमंत्री आवासीय योजना का मकान बनना शुरू हुआ तो हड़कम मच गया। कन्नौजिया समुदाय के कब्रिस्तान में मकान बनें की बात फैली तो समाज के लोग मौके पर इकठ्ठा हुए और डूडा अधिकारी को इस सम्बन्ध में सम्पर्क साधा। मौके पर डिस्ट्रिक कोआर्डिनेटर डूडा सोनू उपाध्याय मौके पर पहुंचे और मकान का निर्माण नोटिस देते हुए रोक दिया। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट लेखपाल लगता है। अब जांच के बाद पता चलेगा कि आखिर यहां कैसे आवंटन हुआ। वहीं जिस महिला का आवंटन हुआ है उसने लोगों पर आरोप लगाया और कहा कि 20 साल से हम यहां झोपडी डालकर रह रहे हैं तब तो कोई नहीं आया आज लोग मकान भी नहीं बनने दे रहे हैं। इस दौरान कन्नौजिया समाज के लोग मौके पर मौजूद रहे।
फिलहाल इस संबंध में कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि इस प्रकरण में डूडा विभाग द्वारा पुनः जांच कराई जा रही है। यह आवास नगर निगम जोन और तहसील की रिपोर्ट के बाद ही जारी किया गया था। जांच के दौरान का फोटो भी चेक कराया गया है। जांच में जो सही तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार इसको आगे जारी रखने या निरस्त करने का निर्णय लिया जाएगा
प्रधानमंत्री आवास योजना पर बड़ा आरोप
फुलवारिया गांव के कन्नौजिया बस्ती के कब्रिस्तान पर शनिवर को हड़कंप मचा रहा। कन्नौजिया समाज के लोगों ने यहाँ बन रहे प्रधानमंत्री आवास को रोक दिया और डूडा के अधिकारियों से सम्पर्क किया। यहा आवास यहां कब्र खोदने वाले परिवार की कांति का पास हुआ है। कांति ने बताया कि हम कितने साल से यहां रह रहे हैं। बहुत सारे नेता लोगों से कहा पर कोई हमारी नहीं सुन रहा है। अब हमारा आवास पास हुआ तो वो भी सब लोग रोक रहे हैं। वहीं सूचना पर पहुंचे डूडा के डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर सोनू उपाध्याय ने बताया कि शिकायत के बाद हम लोग यहां पहुंचे हैं और जांच कर रहे हैं।
पहुंचे डूडा कोआर्डिनेटर, नोटिस देकर रुकवाया काम
कन्नौजिया समाज की पार्वती कन्नौजिया ने बताया कि हमारे समाज का यह कब्रिस्तान है। आज इधर आये तो पता चला कि यहां आवास बन रहा है जो कि गलत है। बंजर जमीन दे इन्हे सरकार। उन्होंने कहा कि ये लोग झूट बोल रहे हैं। यहां रहते नहीं है बस यहां आते हैं कब्र खोदने आते हैं तो कभी कभी रुक भी जाते हैं। शासन को सही से आवंटन जांच पड़ताल के बाद करना चाहिये। वहीं डूडा के डिस्ट्रिक्ट कोआर्डिनेटर सोनू उपाध्याय ने बताया कि यहां आवास पास हुआ है जिसकी पहली किश्त ढाई लाख रुपए मिलती है। यहां लोगों ने ऑब्जेक्शन किया है कि यह कब्रिस्तान की जमींन है जिसपर मौके पर पहुंचकर आवास को रुकवा कर इन्हे नोटिस दी गई है। यदि जांच में सही पाया जाएगा तो पैसा रिफंड हो जाएगा।
तहसील स्तर से हुआ खेल
डूडा अधिकारी ने बताया कि जमीन का सर्वे और आवंटन हम नहीं तहसील के लेखपाल सर्वे के आधार पर रिपोर्ट बनाकर हमें भेजते हैं जिसपर हम आवंटन करते हैं। हम जांच के लिए अपने अधिकारियों को लिखेंगे। जाँच में जो तथ्य सामने आएगा उसपर कार्रवाई की जाएगी।
Updated on:
06 Jan 2024 10:05 pm
Published on:
06 Jan 2024 07:37 pm
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