
Jail Phone
वाराणसी. सीएम योगी आदित्यनाथ की पुलिस के ताबड़तोड़ एनकाउंटर के बाद भी अपराधी बेलगाम होते जा रहे हैं। स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि अब बीजेपी के पांच सभासद को फोन पर धमकी मिली है। धमकी देने वाला बदमाश जेल में बंद है और उसके गुर्गे खुद मोबाइल ले जाकर बीजेपी पार्षद के पास जाते हैं और उस अपराध की बात कराते हैं। अपराधी आराम से बोलता है कि प्रभु साहनी की हत्या हुई थी मेरा नाम समाचार पत्रों में पढ़ा होगा। बस आशीर्वाद बनाए रखिएगा।
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आजमगढ़ जेल में बंद बदमाश एजाज से धमकी मिलने के बाद पार्षद परेशान हो चुके हैं और उन्होंने इस बात की शिकायत एसएसपी से की थी मामला सत्ता पक्ष से जुड़ा हुआ है इसलिए पुलिस ने जांच भी तेज कर दी है। पुलिस ने दशाश्वमेध थाना में अज्ञात लोगों के खिलाफ धमकी देने का मुकदमा दर्ज करा दिया है। पुलिस जांच के बाद ही पता चलेगा कि असली गुनहगार कौन है। सभासदो को जिस तरह से धमकी दी गयी है उससे कानून व्यवस्था की स्थिति सवालों को घेरे में आ गयी है। बीजेपी के पांच सभासदो को धमकी मिल चुकी है। 30मई से दो जून के बीच बीजेपी के चार पार्षद व एक पार्षद पति के पास अलग-अलग युवक आकर मिलते हैं। पार्षद के पास जाने पर युवक कहते हैं कि आप से भैया बात करना चाहते हैं। सभासद सोचते हैं कि क्षेत्र का कोई व्यक्ति उनसे बात करना चाहता होगा। सभासद जब फोन पर बात करते हैं तो दूसरी तरफ से कहा जाता है कि मै एजाज अंसारी बोल रहा हूं। आजमगढ़ जेल में बंद हूं। सपा नेता प्रभु साहनी की हत्या तो आपको याद होगी। समाचार पत्र में मेरा नाम तो पढ़ा होगा। आप बड़े भाई है आशीर्वाद बनाये रखिएगा। इसके बाद फोन कट जाता है। एक-एक करके पांच पार्षद को जब इस तरह से बात करायी गयी तो उनके अंदर खौफ पैदा हो गया। पार्षद समझ गये कि यह मामला बेहद गंभीर है इसलिए पुलिस में इसकी शिकायत करायी।
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बनारस में हुई थी सपा नेता प्रभु साहनी की हत्या
अखिलेश यादव के साथ फोटो खींचवाने वाले सपा नेता प्रभु साहनी की 25 मई को सिधिया घाट पर गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। इस घटना को लेकर अखिलेश यादव ने भी नाराजगी जतायी थी। पुलिस ने मेहनत करके इस मामले का खुलासा किया था और हत्या के आरोप में जिन शूटरों को पकड़ा गय था उसमे जेल में बंद एजाज अंसारी का भाई रिजवान अंसारी व अफरोज अहमद शामिल थे। जबकि एजाज पहले से ही हत्या के एक मामले में जेल में बंद है और अगस्त में बनारस के जिला जेल में हुए बवाल के बाद एजाज को आजमगढ़ जेल भेज दिया गया था। धमकी देने वाले ने खुद को यही एजाज बताया है।
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अपराधियों के लिए जेल बन गया सुरक्षित किला
सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार में अपराधियों के लिए जेल सुरक्षित किला बन गया है। पुलिस एनकाउंटर के डर से अपराधी जेल से निकलना नहीं चाहते हैं और आराम से जेल में बैठ कर ही मोबाइल के जरिए वसूली करते हैं। बनारस की जेल में छापेमारी के दौरान मोबाइल मिल चुका है। इससे साफ होता है कि जेल अधिकारियों की मिलीभगत से जेल में अपराधियों को मोबाइल उपलब्ध कराया जा रहा है और छापेमारी में जेल से मोबाइल मिलने पर भी जेल अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होती है जिससे समझा जा सकता है कि उपर से नीचे तक अपराधियों की सेटिंग रहती है।
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Published on:
04 Jun 2018 06:57 pm
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