9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पटाखें जलाएं नहीं बल्कि खाएं, काशी की इन बहनों ने तैयार किए ‘चॉकलेट’ पटाखे

Chocolate Firecrakers Demand in Varanasi Market made by Two Sisters- वाराणसी के बाजारों में धीरे-धीरे रौनक बढ़ रही है। इसी कड़ी में काशी में ‘चॉकलेट’ पटाखों (Chocolate Firecrakers) की धूम मची हुई है। सैदपुर इलाके की रहने वाली दो बहनों ने चॉकलेट बम तैयार किया है जिसकी डिमांड मार्केट में बहुत है। हकीकत में ये पटाखे नहीं बल्कि पटाखों के रूप में चॉकलेट है।

less than 1 minute read
Google source verification
Chocolate Firecrakers Demand in Varanasi Market made by Two Sisters

Chocolate Firecrakers Demand in Varanasi Market made by Two Sisters

वाराणसी. Chocolate Firecrakers Demand in Varanasi Market made by Two Sisters. दिवाली आने वाली है। ऐसे में बाजारों में हर तरफ पटाखों की जमकर खरीदारी हो रही है। तरह-तरह के पटाखे खरीदने के लिए दुकानों के बाहर ग्राहकों की भीड़ लगी रहती है। वाराणसी के बाजारों में भी धीरे-धीरे रौनक बढ़ रही है। इसी कड़ी में काशी में ‘चॉकलेट’ पटाखों (Chocolate Firecrakers) की धूम मची हुई है। सैदपुर इलाके की रहने वाली दो बहनों ने चॉकलेट बम तैयार किया है जिसकी डिमांड मार्केट में बहुत है। हकीकत में ये पटाखे नहीं बल्कि पटाखों के रूप में चॉकलेट है। इसे घर पर ही तैयार किया गया है।

बनारस के बाहर भी चॉकलेट पटाखों की धूम

25 अक्टूबर को पीएम मोदी ने वाराणसी जनसभा में लोकल टू ग्लोबल का संदेश दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि दीपावली के अवसर पर सिर्फ कुम्हारों के बनाये गए दिये ही नहीं आत्मनिर्भरता की कहानी बयां करते हैं बल्कि देश में कई ऐसे हुनर हैं जो इस छिपे रहते हैं। इसी कड़ी में बनारस की दो बहनों ने चॉकलेट पटाखे तैयार किए हैं। यह पटाखों के रूप में चॉकलेट है। इन्होंने सबसे पहले घर में चॉकलेट बना कर इसे पैक कर बाजारों में बेचना शुरू किया। डिमांड ज्यादा न होने पर इन्होंने अपने खुद के ब्रांड चॉकलेट को अनोखा रूप देने का प्रयास किया।इंटरनेट की मदद से आइडिया लिया जिसके बाद इन्होंने चॉकलेट बम बनाकर बजारों में बिक्री के लिए दिया। इसकी धूम बनारस से लेकर गुजरात तक है।

ये भी पढ़ें: रमा एकादशी से लेकर अक्षय नवमी तक नवंबर माह में पड़ रहे यह प्रमुख व्रत और त्योहार

ये भी पढ़ें: काशी में चार दिनों तक बंटेगा मां अन्नपूर्णा का 'खजाना', धनतेरस से होंगे माता की स्वर्ण प्रतिमा के दर्शन